पटना. बिहार के सरकारी विद्यालयों में होने वाली शिक्षकों की बहाली के लिए बीपीएससी ने सिलेबस जारी कर दिया है. सिलेबस जारी होते ही शिक्षक व अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया है. बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि शिक्षक बहाली के लिए बीपीएससी द्वारा ली जाने वाली परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान किया गया है, जो गलत है. सिलेबस में सामान्य अध्ययन के प्रश्नों पर अधिक फोकस किया गया है जिसमें नेगेटिव मार्किंग से परीक्षार्थियों को परेशानी होगी.
सरकार जानबूझ कर ला रही ऐसे नियम, जिससे सीटें खाली रह जाए
दीपांकर ने आरोप लगाया कि सरकार जान बूझ कर ऐसे नियम लगा रही है ताकि शिक्षक बहाली में सीटें खाली रह जाएं. पूर्व में बीपीएससी ने प्रधानाध्यापक के पदों के लिए भी परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें ऋणात्मक अंकों का प्रावधान था. 6421 सीटों पर ली गयी परीक्षा में मात्र 421 परीक्षार्थी पास हो पाये थे. छह हजार हेडमास्टर के पदों पर शिक्षा विभाग को योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल सके थे.
बीपीएससी ने वेबसाईट पर जारी किया सिलेबस
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी ) ने शनिवार को शिक्षक नियुक्ति का सिलेबस जारी कर दिया. आयोग ने विषयवार पाठ्यक्रम एवं परीक्षा की संरचना आदि का विवरण अपने वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर अपलोड कर दिया है. प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए सिर्फ सामान्य अध्ययन और माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए विषय के साथ सामान्य अध्ययन की भी परीक्षा ली गयी है.
होगी नेगेटिव मार्किंग
परीक्षा के प्रश्न वस्तुनिष्ट और बहुवैकल्पिक होंगे और निगेटिव मार्किंग भी होगी. आयोग शीघ्र ही विज्ञापन का प्रकाशन कर आयोग ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करेगा. विदित हो कि प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के 1.78 लाख शिक्षकों की नियुक्ति होनी है.