शिक्षकों को बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दें, नहीं तो हम 2024-25 में भी सरकार के खिलाफ लड़ेंगे: शत्रुघ्न सिंह
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि सरकार जब तक पूर्व से सेवारत शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं देती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा. हम सड़कों पर संघर्ष करेंगे और हमारे हित चाहने वाले विधायक-विधान पार्षद सदन में लड़ाई लड़ेंगे. हम 2024 में भी सरकार के खिलाफ लड़ेंगे और 2025 में भी.
पटना. नियोजित शिक्षकाें को बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर बिहार माध्यमिक शिक्षक के साथ बिहार राज्य पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ, परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ और अन्य शिक्षक संघों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद गर्दनीबाग में सभा का आयोजन किया गया, जिसे कई विधान पार्षदों और विधायकों ने भी संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने की.
2024 में भी सरकार के खिलाफ लड़ेंगे और 2025 में भी
बिहार राज्य अध्यापक नियमावली-2023 में आवश्यक संशोधन की मांग को लेकर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि हमारे शिक्षकों के संघर्ष का नतीजा है कि सदन में सरकार को यह कहने पर विवश होना पड़ा है कि मुख्यमंत्री शिक्षकों की मांगों पर वार्ता करने के लिए तैयार हैं. सरकार जब तक पूर्व से सेवारत शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं देती है, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा. हम सड़कों पर संघर्ष करेंगे और हमारे हित चाहने वाले विधायक और विधान पार्षद सदन में हमारी लड़ाई लड़ेंगे. हम 2024 में भी सरकार के खिलाफ लड़ेंगे और 2025 में भी लड़ेंगे.
शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का फॉर्म नहीं भरेंगे
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि हमारे शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का फॉर्म नहीं भरेंगे, यह आत्मघाती कदम है. हमारे शिक्षकों को सरकार बिना परीक्षा लिये और बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दे. हमारे सभी शिक्षक दक्षता और पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हमारे शिक्षकों के विशाल हुजूम को पटना पहुंचने से रोकने के लिए जी-जान लगा दी. दो हजार से अधिक गाड़ियों को पटना में प्रवेश करने से रोका गया. बीस हजार शिक्षकों को सभा स्थल की घेराबंदी कर रोका गया. शिक्षक नेता आनंद कौशल सहित अन्य शिक्षक नेताओं और कई शिक्षकों की गिरफ्तारी की गयी. उन्होंने कहा कि सरकार हमारे नेताओं को ससम्मान रिहा करे. सरकार बहुत गलत तरीके से स्कूलों का निरीक्षण करा रही है. हम शिक्षकों के निरीक्षण के विरोधी नहीं हैं, पर निरीक्षण दंडात्मक होगा, तो हम चुप नहीं बैठेंगे.
शिक्षकों के मुद्दे पर सत्र समाप्त होने के बाद बातचीत
सभा में तिरहुत शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आंदोलन के साथ हम खड़े हैं. वहीं, माकपा विधायक अजय कुमार के कहा कि महागठबंधन की बैठक में मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि शिक्षकों के मुद्दे पर सत्र समाप्त होने के बाद बातचीत करेंगे. इसके बावजूद मंगलवार को मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वह सदन में शिक्षकों को राज्यकर्मी के दर्जा देने की घोषणा करें.
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ये भी रहें मौजूद
सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शिक्षकों की मांगों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है. मुख्यमंत्री शिक्षकों के मुद्दे पर अगले सात दोनों के भीतर बातचीत करेंगे और रास्ता निकलेंगे. सभा में गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद जीवन कुमार, भाजपा विधायक प्रणव कुमार ने भी शिक्षकों को अपना समर्थन दिया. बिहार राज्य पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष पंकज कुमार एवं रामचंद्र राय, उपाध्यक्ष प्रकाश कुमार, सचिव सुप्रिया सिंह ने भी सभा को संबोधित किया. मौके पर शिक्षक संघ के नेता वंशीधर ब्रजवासी, समरेंद्र बहादुर, प्रणम शर्मा, परमेश्वरी यादव, अशोक पासवान के साथ अन्य शिक्षक नेता भी मौजूद थे.