बिहार उच्चतर माध्यमिक शिक्षक संघ की राज्य स्तरीय बैठक रविवार को आइएमए में हुई. बैठक में विभिन्न जिलों से प्लस टू शिक्षक और शिक्षिकाएं शामिल हुईं. बैठक में कांग्रेस विधायक प्रतिमा देवी ने नियोजित शिक्षकों के मांग को समर्थन करते हुए कहा कि बिना शर्त नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा मिलना चाहिए. उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों को व्याख्याता बनाने और प्लस टू विद्यालयों में प्राचार्य के पद पर प्रोन्नति की मांग का भी समर्थन किया.
शिक्षक एमएलसी जीवन कुमार ने कहा कि शिक्षकों के मांग को लेकर सड़क से सदन तक लडूंगा. इस अवसर पर संघ के महासचिव शिव विलास ने कहा कि यदि सरकार बीपीएससी ने परीक्षा की बात वापस नहीं लेगी और नियमावली में संशोधन कर बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा, प्लस टू शिक्षकों की मांग पर सरकार विचार नहीं करेगी, तो 20 से 31 मई तक जिला मुख्यालयों पर धरना और जून में महा आंदोलन होगा. सम्मेलन को मो नूर आलाम, ममता कुमारी, वंदना गोविंदम, सतेंद्र भारती, डॉ महेश कुमार, चंदन कुमार के साथ अन्य लोग मौजूद थे.
बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा के राज्यव्यापी आह्वान पर संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष मंडल सदस्य मार्कंडेय पाठक एवं मनोज कुमार के नेतृत्व में शिक्षकों ने विधान परिषद सभापति देवेश चंद्र ठाकुर सहित कई माननीयों को ज्ञापन सौंपा. पटना जिला के नियोजित शिक्षक रविवार को पूरे दिन अपने अपने विधायक का दरवाजा खटखटाते हुए बिना किसी शर्त के राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग की. मांग की पूर्ति हेतु समर्थन की भी मांगा.
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मसौढ़ी के राजद विधायक रेखा देवी, भाजपा विधायक नितिन नवीन, राजद के खान एव भूतत्व मंत्री डॉक्टर रामानंद यादव, कांग्रेस के विधायक सिद्धार्थ सौरव सहित अनेक विधायक के आवास पर उनके क्षेत्र के शिक्षक पहुंचकर ज्ञापन सौंपकर समर्थन मांगा है. आंदोलन के क्रम में ही शिक्षक अपने-अपने विधायक विधानपरिषद से मांगों का समर्थन करने का आग्रह कर रहे है और यह कार्यक्रम आगे भी इसी तरह जारी रहेगा. कार्यक्रम को सफल बनाने में मुकेश कुमार राज, राजेश कुमार, संजीव कुमार, रंजन कुमार गुप्ता, प्रेम शंकर सिंह, निर्भय कुमार के साथ अन्य लोग मौजूद थे.