गर्मी में शिक्षकों को नहीं मिली छुट्टी, केके पाठक के खिलाफ फूटा गुस्सा, सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ #TeachersLivesMatter
बिहार में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच स्कूलों में आठ जून तक कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. लेकिन शिक्षकों को छुट्टी नहीं दी गई है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है.
बिहार में भीषण गर्मी और लू के चलते सैकड़ों छात्र बीमार पड़ गए हैं. जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर आठ जून तक स्कूल में छात्रों की छुट्टी कर दी गई है. लेकिन शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शिक्षकों को छुट्टी के दौरान भी स्कूल में मौजूद रहना होगा. जिसके बाद शिक्षक नाराज हो गए हैं. शिक्षक संघ ने इसका विरोध किया है. साथ ही सोशल मीडिया साइट एक्स पर #TeachersLivesMatter के साथ भी गुस्सा जाहिर किया जा रहा है.
आठ जून तक कक्षाएं स्थगित
दरअसल मुख्यमंत्री के आदेश के बाद मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने राज्य के सभी स्कूलों को 8 जून तक बंद करने का आदेश दिया है. मुख्य सचिव के आदेश के बाद जिले के सभी स्कूलों में 8 जून तक शिक्षण कार्य बंद कर दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षकों को स्कूल बंद रहने के दौरान स्कूल में उपस्थित रहने का आदेश दिया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मुख्य सचिव के पत्र के आलोक में स्कूल में शैक्षणिक कार्य स्थगित रहेगा, लेकिन निरीक्षण व अन्य कार्य पूर्व की भांति जारी रहेगा.
ट्रेंड हुआ #TeachersLivesMatter
भीषण गर्मी में शिक्षकों के बेहोश और बीमार होने से आक्रोशित शिक्षकों ने सोशल मीडिया एक्स पर अपना रोष प्रकट किया. एक्स पर यूजर ने #TeachersLivesMatter का इस्तेमाल कर एक से एक पोस्ट किए. शाम पांच बजे तक इस हैशटैग का इस्तेमाल कर लगभग 90 हजार पोस्ट किए जा चुके हैं.
अब जानिए सोशल मीडिया पर लोगों ने क्या लिखा
- अमित विक्रम नाम के यूजर ने लिखा कि शिक्षकों को 33 EL की जगह मात्र 11 EL मिलता है. बाकी 22 EL के बदले गर्मी छुट्टी मिलती थी! फिर शिक्षकों को गर्मी छुट्टी क्यों नहीं? यह आक्रोश जो आज सोशल मीडिया पर दिख रहा है बस चुनाव खत्म होने का इंतजार है ये आक्रोश सड़कों पर भी दिखेगा!
- एक अन्य यूजर ने लिखा कि शिक्षा विभाग ने पहले ही शिक्षक की गर्मी की छुट्टी काट ली, अब इतनी गर्मी मे बच्चो की छुट्टी हुई भी है, लेकिन शिक्षक की फिर भी नही हुई शिक्षक अब भी स्कूल जायेगा, आखिर शिक्षक बच्चो के बिना स्कूल मे करेगा क्या?
- हसन जावेद नाम के एक यूजर ने लिखा कि जिस राज्य में टीचर का सम्मान नहीं, वहां न गुल खिलेंगे और न फूल खिलेंगे. नीतीश चचा अब भी वक्त है, शिक्षकों के साथ रवैया में सुधार लाएं, प्यार और सम्मान से 24/7 काम ले लें, कोई दिक्कत नहीं है. बिहार में शिक्षकों को न सर्दी का अहसास हो रहा है और न गर्मी की तपिश मालूम, वास्तव में शिक्षा विभाग ने टीचरों को मनरेगा मजदूर बना दिया है, जब चाहे जैसे चाहे हांक रहा है, आखिर ऐसा कब तक चलेगा, कुछ तो राहत मिलनी चाहिए
- राहुल कुमार ने लिखा कि शिक्षकों को जान से मारने के मानसिकता से मनमाने आदेश दिए जा रहे है.. देश भर के सभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी होती है फिर बिहार में शिक्षकों को गर्मी की छुट्टी क्यों नहीं मिलनी चाहिए? शिक्षकों कों भी इस प्रचंड गर्मी में राहत दिया जाये.
शिक्षक संघ ने भी व्यक्त किया रोष
गौरतलब है कि स्कूलों में पहुंच रहे शिक्षक गर्मी और लू की चपेट में आकर बीमार पर रहे हैं. आए दिन उनके बेहोश होकर गिरने की सूचना सामने आ रही है. जिसके बाद बिहार विद्यालय अध्यापक संघ ने शिक्षा विभाग के निर्णय पर रोष प्रकट किया है. संघ का कहना है कि शिक्षा विभाग के यापार मुख्य सचिव जान बूझकर शिक्षकों को परेशान करने पर आमदा है. जब छुट्टी के दौरान पठन-पाठन स्थगित रहेगा. तो शिक्षक स्कूल में क्या करेंगे.
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