चिराग पासवान से बंगला खाली कराने पहुंची टीम, घर में रखे सामानों को निकाला जा रहा बाहर, जानें पूरा मामला
Bihar News: यह बंगला राम विलास पासवान के नाम पर अवांटित था. राम विलास पासवान का निधन अक्टूबर 2020 में हुआ था. यह बंगला छह महीने के अंदर ही खाली करना था, लेकिन सांसद चिराग पासवान ने ऐसा नहीं किया. वे अपने परिवार के साथ इसी बंगले में रह रहे थे.
लोकसभा सांसद चिराग पासवान को उनके पिता रामविलास पासवान के नाम पर आवंटित बंगले से बाहर किये जायेंगे. इसके लिए सरकार ने बंगले को खाली कराने के लिए एक टीम भेजी है. जमुई सांसद चिराग पासवान पर संपदा निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. इस दौरान टीम ने घर के सामानों को बाहर निकाल रही है. इस संबंध में अधिकारियों ने कहा कि 12 जनपथ बंगला केंद्रीय मंत्रियों के लिए निर्धारित है.
जानें किन नेताओं को मिलता है ये बंगला
बता दें कि यह बंगला राम विलास पासवान के नाम पर अवांटित था. राम विलास पासवान का निधन अक्टूबर 2020 में हुआ था. यह बंगला छह महीने के अंदर ही खाली करना था, लेकिन सांसद चिराग पासवान ने ऐसा नहीं किया. वे अपने परिवार के साथ इसी बंगले में रह रहे थे. इसके साथ ही इस बंगले को स्मृति स्थल बनाने की मांग कर रहे थे. राम विलास पासवान इस बंगले में 30 साल से रह रहे थे. यह बंगला उन नेताओं को दिया जाता है जो पांच या छह बार सांसद रह चुके हैं.
बंगला खाली करने के लिए पहले से था आदेश जारी
चिराग पासवान दूसरी बार सांसद बने हैं, इसलिए इस बंगले में व नहीं रह सकते थे. यह बंगला मौजूदा रेल मिनिस्टर के नाम पर आवंटित कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत आने वाले संपदा निदेशालय ने पिछले साल ही सांसद चिराग पासवान को बंगला खाली करने के लिए आदेश जारी किया था. चिराग पासवान को एक सांसद के तौर पर नॉर्थ एवेन्यू में पहले से ही घर आवंटित किया हुआ है.