Hockey Champions Trophy:11 से 20 नवंबर तक राजगीर के नवनिर्मित एस्ट्रो टर्फ मैदान पर खेली जाने वाली वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में एशिया की छह शीर्ष टीमें भाग ले रही हैं. पिछली बार की विजेता मेजबान भारत को इस बार चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, से कड़ी टक्ककर मिलेगी. चैंपियंस ट्रॉफी में थाईलैंड और मलयेशिया की टीमें भी भाग ले रही हैं. इस प्रतियोगिता में चीन और भारत एफआइएच रैंकिंग में शीर्ष 10 टीम में शामिल हैं. हर टीम अपनी ताकत और रणनीति का श्रेष्ठ प्रदर्शन कर अपनी दावेदारी पेश करने को तैयार है. आइए इन टीमों पर विस्तार से नजर डालते हैं.
चीन :
2024 पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद चीन इस टूर्नामेंट में नयी ऊर्जा के साथ उतर रही है. अभी तक इस प्रतियोगिता में खिताब जितने से महरूम चीन इस बार जितने के लिए टीम में अनुभवी खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा प्रतिभा को शामिल किया है. चीन की टीम इस बार मुख्य रूप से अपनी युवा खिलाड़ियों के साथ प्रयोग कर रही है और उनका पहला मैच थाईलैंड के खिलाफ होगा. चीनी कोच ह्वांग योंगशेंग ने कहा कि उनके खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं.
एफआइएच रैंकिंग – 6
कप्तान – यूंक्सिया फैन, ओउ जिक्सिया
प्रशिक्षक – ह्वांग योंगशेंग
ओलिंपिक – 02 रजत पदक
विश्व कप – 01 कांस्य पदक
चैंपियंस ट्रॉफी – 1 स्वर्ण, 2 रजत, 1 कांस्य. एशियन गेम्स – 4 स्वर्ण, 2 रजत, 3 कांस्य. एशिया कप – 2 स्वर्ण, 2 रजत, 3 कांस्य. एशियन चैंपियंस ट्रॉफी – 2 रजत, 3 कांस्य.
भारत :
घरेलू मैदान पर खेल रही मेजबान भारतीय टीम मौजूदा चैंपियन है और इस बार जादुई कोच हरेंद्र सिंह की उपस्थिति में अपनी जीत को दोहराने के लिए पूरी तरह से तैयार है. भारत ने ओलिंपिक मेंˈक्वालीफाई नहीं करने के कारण मुख्य प्रशिक्षक शॉपमैन की जगह बिहार के रहने वाले हरेंद्र सिंह को मुख्य प्रशिक्षक बनाया है, जिससे टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है. भारतीय टीम फिटनेस, स्पीड और आक्रामक खेल पर ध्यान देकर अपने खेल से दूसरी बार ट्रॉफी और प्रशंसकों का दिल जीतने की कोशिश करेगी. स्थानीय दर्शकों के समर्थन और टीम की हालिया सफलताओं के कारण भारत को खिताब जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.
एफआइएच रैंकिंग – 09
कप्तान – सलीमा टेटे
प्रशिक्षक – हरेंद्र सिंह
एशियन गेम्स – 1 स्वर्ण, 2 रजत, 4 कांस्य. एशिया कप – 2 स्वर्ण, 2 रजत, 3 कांस्य. एशियन चैंपियंस ट्रॉफी – 2 स्वर्ण, 2 रजत, 1 कांस्य.
जापान :
पिछले साल की उपविजेता जापान की टीम इस बार भी खिताब जीतने के इरादे से मैदान में उतर रही है. जापान ने हाल ही में ओलिंपिक क्वालिफायर में भारत को हराया था, जिससे वे आत्मविश्वास से भरे हुए हैं. जापान की टीम ने इस बार 14 युवा खिलाड़ियों को शामिल किया है, जिसके कारण इस टीम से ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती. उनका पहला मुकाबला कोरिया के साथ होगा और 17 नवंबर को भारत के खिलाफ होने वाले मैच का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है. जापानी कोच ओजावा काज़ुयुकी ने भारतीय दर्शकों की सराहना करते हुए कहा कि वे एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद कर रहे हैं.
एफआइएच रैंकिंग – 11
कप्तान – साकी तनाका
प्रशिक्षक – ओजावा काजुयुकी
एशियन गेम्स – 1 स्वर्ण, 3 रजत, 3 कांस्य. एशिया कप – 3 स्वर्ण 3 रजत 3 कांस्य.
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी – 2 स्वर्ण, 2 रजत, 2 कांस्य.
दक्षिण कोरिया :
तीन बार की विजेता दक्षिण कोरिया की टीम अपने तेज और फुर्तीले खेल के लिए जानी जाती है. इस बार कोरिया एक नयी और युवा टीम के साथ उतर रही है, जिनके पास जीतने का जज्बा और मेहनत का माद्दा है. कोरियाई टीम का मुख्य उद्देश्य अपनी युवा खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनुभव दिलाना है. उनका पहला मैच जापान के साथ होगा और इसके बाद 12 नवंबर को भारत से मुकाबला होगा. कोरिया का युवा जोश और अनुभव के मिश्रण से दर्शकों को बेहतरीन हॉकी देखने को मिलेगा.
एफआइएच रैंकिंग – 15
कप्तान – चियोन यून बी
प्रशिक्षक – यून किम
ओलिंपिक – 02 रजत
विश्व कप – 01 कांस्य
चैंपियंस ट्रॉफी – 1 स्वर्ण, 1 रजत, 1 कांस्य. एशियन गेम्स – 5 स्वर्ण, 4 रजत. एशिया कप – 3 स्वर्ण, 3 रजत, 3 कांस्य. एशियन चैंपियंस ट्रॉफी – 3 स्वर्ण, 1 रजत.
मलेशिया :
इस प्रतियोगिता में मलेशिया की टीम इस बार युवा और नयी खिलाड़ियों के साथ उतर रही है, जो हाल ही में वेल्स के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुकी हैं. मलेशिया की टीम का ध्यान अपने अनुभव को बढ़ाने और शीर्ष टीमों के खिलाफ चुनौती देने पर है. भारत के खिलाफ उनका शुरुआती मैच उनके विकास और टीम के संतुलन के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी. मलेशिया इस टूर्नामेंट में युवा खिलाड़ियों को मौका दे रही है ताकि भविष्य में टीम को मजबूती मिल सके.
एफआइएच रैंकिंग – 23
कप्तान – जूलियानी दीन
प्रशिक्षक – नसीहिन इब्राहिम
एशियन गेम्स – 1 कांस्य
एशिया कप – 1 कांस्य
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी – 1 कांस्य
थाईलैंड :
थाईलैंड इस टूर्नामेंट में एक उभरती हुई टीम के रूप में शामिल हो रही है. टीम में ज्यादातर अंडर-21 खिलाड़ी हैं, जिनके साथ सात सीनियर खिलाड़ी भी हैं. थाईलैंड की टीम का लक्ष्य इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर सेमीफाइनल तक पहुंचना है. उनका पहला मुकाबला चीन के खिलाफ होगा जो उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण अनुभव साबित होगा. यह मैच उनकी युवा खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि उन्हें अनुभवी चीनी टीम के खिलाफ अपने कौशल को दिखाने का मौका मिलेगा.
एफआइएच रैंकिंग – 29
कप्तान – अनोंगनाट पिरेसराम
प्रशिक्षक – बाए यंग वूक
चीन और भारत के बीच हो सकता है फाइनल मुकाबला
इस वर्ष की महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में दर्शकों को रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेगा. आंकड़ों के हिसाब से उम्मीद है कि मेजबान भारत और चीन के बीच फाइनल मुकाबला होगा. सभी टीमें न केवल खिताब के लिए बल्कि अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए भी मैदान में उतरेंगी. दर्शकों को बिहार में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का दिलचस्प मुकाबला देखने का मौका मिलेगा. हॉकी प्रशंसक इस प्रतियोगिता में कई नामचीन खिलाडियों के साथ उभरते सितारों का प्रदर्शन देखने के लिए उत्साहित हैं.