Loading election data...

तमिलनाडु मामले की जांच करने गयी टीम ने मामले को बताया अफवाह, सोशल मीडिया पर प्रसारित विडियो पाया गया फेक

सोशल मीडिया पर प्रसारित कुछ वीडियो जिसमें तमिलनाडु में बिहार के लोगों पर किये जा रहे कथित हमले को दर्शाया गया था, वह सारी विडियो फेक पायी गई. विशेष दल द्वारा मुख्यमंत्री को विस्तार से पूरे मामले की जानकारी दी गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2023 6:39 PM

तमिलनाडु मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार सरकार द्वारा बालामुरूगन डी० सचिव, ग्रामीण विकास विभाग के नेतृत्व में एक विशेष दल का गठन कर तमिलनाडु भेजा गया था. बता दे की सोशल मीडिया पर प्रसारित कुछ वीडियो जिसमें तमिलनाडु में बिहार के लोगों पर किये जा रहे कथित हमले को दर्शाया गया था. विशेष दल द्वारा जांच पूरी कर आज ‘संकल्प’, 1 अणे मार्ग में नीतीश कुमार को रिपोर्ट सौंपी गयी तथा विशेष दल द्वारा मुख्यमंत्री को विस्तार से पूरे मामले की जानकारी दी गयी.

मामले की तह तक हुई जांच

बिहार सरकार द्वारा गठित चार सदस्यीय विशेष दल द्वारा 4 मार्च 2023 से लेकर 7 मार्च 2023 तक तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुपुर एवं कोयंबटूर जिलों में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, इंडस्ट्री एसोसियेशन के प्रतिनिधियों के साथ-साथ वहां की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं वहां रह रहे बिहार के लोगों से मामले को लेकर बातचीत की गयी.

सोशल मीडिया पर वायरल विडियो है गलत

विशेष दल द्वारा बताया गया कि सोशल मीडिया में प्रचलित 7 वीडियो के साथ समाचार / संदेश जो बिहार के प्रवासी श्रमिकों के मोबाइल फोन पर पाये गये, वे भ्रामक है. विशेष दल ने बताया कि जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए वह घटना इस संदर्भ में नहीं घटी थीं, ये सभी वायरल वीडियो गलत पाये गए.

भ्रामक सुचना फ़ैलाने वालों पर होगी कारवाई

विशेष दल द्वारा यह भी बताया गया कि 4 मार्च 2023 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के स्तर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अतिथि श्रमिकों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन भी दिया गया. साथ ही वर्तमान में लोग यह समझने लगे हैं कि प्रचलित वीडियो भ्रामक और गलत है. वहीं, भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिये तमिलनाडु सरकार के अधिकारी कड़े कदम उठा रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version