Bihar News: हर वार्ड की जांच करेंगे तकनीकी सहायक, पीएचइडी के माध्यम से दी जायेगी दो सौ रुपये
Bihar News: पीएचइडी ने किट से पानी जांच शुरू किया है, लेकिन किट से जांच करने के दौरान विभाग को घरों के भीतर जाने में परेशानी हो रही है. ऐसे में विभाग ने प्रस्ताव बनाकर जीविका को भेजा है. वहां से अनुमति मिलने पर इसकी शुरुआत वार्डों में होगी.
पटना. मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना पार्ट- टू में हर वार्ड की जांच तकनीकी सहायकों से कराने का निर्णय लिया गया है. इन सहायकों को जांच कराने के एवज में दो सौ रुपया प्रति वार्ड देने का निर्णय पीएचइडी ने लिया है. यह राशि सहायकों को ऑनलाइन मिलेगी. जैसे ही यह सभी सहायक एक वार्ड का काम पूरा करेंगे और रिपोर्ट को अपलोड करेंगे, तो उन्हें तुरंत में दो सौ रुपये का भुगतान मिल जायेगा. इसको लेकर विभाग ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश भेज दिया है.
जीविका दीदी भी करेंगी पानी की जांच
पीएचइडी ने किट से पानी जांच शुरू किया है, लेकिन किट से जांच करने के दौरान विभाग को घरों के भीतर जाने में परेशानी हो रही है. ऐसे में विभाग ने प्रस्ताव बनाकर जीविका को भेजा है. वहां से अनुमति मिलने पर इसकी शुरुआत वार्डों में होगी. जीविका दीदी के माध्यम से सभी महिलाओं को जल के महत्व के बारे में जानकारी दी जायेगी.
छूटे घरों का भी बनेगा डेटा
तकनीकी सहायक जांच के दौरान छूटे घरों का डेटा भी बनेगा, ताकि इन घरों में योजना के जल्द से जल्द पानी पहुंचाया जा सकें. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक वार्डों में काम कर रहे सहायक इस संबंध में रिपोर्ट तैयार करेंगे, जिन्हें योजना का लाभ अभी तक नहीं मिला है इसको लेकर जून तक सभी वार्डों में अभियान चलेगा.
गांव की महिलाओं को भी किया जायेगा ट्रेंड
जांच के दौरान गांव की महिलाओं को भी जोड़ा जायेगा और लोगों से फीडबैक लिया जायेगा. ताकि लाभुकों की परेशानियों की जानकारी मिल सकें. इसके लिए हर वार्ड से पांच महिलाओं को रखा जायेगा, जो लाभुकों से बातचीत कर सकें.
इन बिंदुओं पर होगी जांच
-
पाइप की क्वालिटी की होगी जांच
-
पाइप का ले आउट, कहां से कहां तक ले जाया गया
-
योजना में कितने नल दिये गये
-
पाइप को कितना गहरा कर बिछाया गया है
-
पाइप बिछाने के बाद भी कहीं पानी नहीं पहुंचा हो, तो
-
बोरिंग की गहराई और उसकी लाइफ क्या होगी