पटना. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री तेजप्रताप यादव काफी सक्रिय दिख रहे हैं. लगतार अपने विभाग से संबंधित स्थलों का निरीक्षण कर रहे हैं. वहीं, सीएम नीतीश कुमार के अध्यक्षता में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की समीक्षा हुई. इस बैठक में मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा हुई. साथ ही सीएम ने कई निर्देश भी दिए.
सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की समीक्षा बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में ईको टूरिज्म के विकास के लिए कई कार्य किए गए हैं. कई आकर्षक स्थलों को पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित किया गया है. हमने कई जगहों का भ्रमण भी किया है. राजगीर और बाल्मिकीनगर पर्यटकों को काफी आकर्षित कर रहा है. पर्यटक स्थलों तक पहुंचने के लिए आवागमन को सुगम बनाया गया है.
• बिहार में ईको टूरिज्म के विकास के लिए कई आकर्षक स्थलों को पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित किया गया है.
• बिहार में जो पर्यटन स्थल विकसित किये गये हैं, उसके अतिरिक्त अन्य स्थलों का चयन करें और उसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कार्य करें.
• ईको टूरिज्म के प्रबंधन एवं मेंटेनेंस को लेकर विभाग मुस्तैदी से काम करे ताकि पर्यटन के क्षेत्र में और विकास हो.
• टूरिज्म के विकास से राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या तो बढ़ेगी ही स्थानीय लोगों की भी आमदनी बढ़ेगी.
• प्रकृति से सामंजस्य रखते हुए पर्यटन को बढ़ावा दें. राज्य का हरित आवरण क्षेत्र कम से कम 17 प्रतिशत तक हो जाए इसके लिए लक्ष्य के अनुरूप तेजी से और पौधारोपण कराएं.
बता दें कि पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मंत्री तेज प्रताप यादव, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.