पटना. राजद विधायक तेज प्रताप यादव ने कहा कि वह 21 फरवरी से न्याय यात्रा निकालेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ राज्य और केंद्र सरकार साजिश कर रही हैं,जबकि मेरे पिता सामाजिक न्याय के बड़े योद्धा हैं. राजद नेता तेज प्रताप ने बयान जारी कर कहा है कि उनके पिता लगातार संघर्ष कर रहे हैं.
तेज प्रताप ने कहा कि आज समय है कि हम लोग लालू प्रसाद के साथ खड़े हों. हम लोग उनके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इस यात्रा के जरिये वे लालू प्रसार के लिए न्याय दिलाने के लिए गुहार भी लगायेंगे. साथ ही प्रदेश में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे. उन्होंने कहा कि इस न्याय यात्रा के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी करेंगे, जिसके लिए लोग इससे जुड़ सकेंगे. उल्लेखनीय है कि उन्होंने छात्र जनशक्ति परिषद की बैठक भी ली.
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को चारा घोटाले के एक मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे. उन्होंने कहा कि अंतिम रूप से जब तक न्यायपालिका का आदेश जब तक नहीं हो जाता, तब तक हम आशा करते हैं कि न्याय मिलेगा ही. उन्होंने कहा कि इस देश के सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक लालू प्रसाद हैं.
इधर, जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने चारा घोटाले के मामले में न्यायपालिका के फैसले पर कहा कि लालू प्रसाद का फिर दोषी करार होना स्वाभाविक प्रक्रिया है. उन्होेने कहा कि लालू प्रसाद के राजनैतिक जीवन में 1997 से भ्रष्टाचार के मामले में जेल में रहने का अनुभव रहा है. कई बार जेल की यात्रा कर चुके हैं. न्यायपालिका के फैसले से यह पुष्टि होता है कि परिवारवाद और परिवार के लिए अनैतिक रूप से धन संग्रह करना अपराध है.
भ्रष्टाचार के लिए न्यायालय का यह अंतिम फैसला नहीं है, बल्कि पशुपालन से भी बड़ा लगभग 25 हजार करोड़ का आइआरसीटीसी घोटाला, जिसमें तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी भी अभियुक्त हैं, में चार्जशीट हो चुका है. जदयू के एक अन्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने इस फैसले को जस करनी-तस भरनी करार दिया है. उन्होंने कहा है कि कोई गलत करेगा तो न्यायालय उसे दंडित करेगी ही.