तेजप्रताप यादव को कौन कहता है ‘मुडेश्वर महादेव’? ब्रम्हा की लकीर मानकर नहीं टालते किसकी बात, किया खुलासा

Bihar Politics: तेजप्रताप यादव ने बड़ा खुलासा करते हुए कुछ सवालों का जवाब दिया है. उन्होंने बताया है कि आखिर किस एक व्यक्ति की बात को वो ब्रह्मा की लकीर मानते हैं और उसे नहीं टालते. तेजप्रताप ने खुद किया खुलासा...

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 15, 2022 3:07 PM

Bihar Politics: बिहार की सियासत अभी गरमायी हुई है. राजद अब विपक्षी दल से सत्ता में आ चुकी है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार अब बिहार में है. इस बीच अब फिर एकबार लालू परिवार की चर्चा जोरों पर है. लालू यादव व राबड़ी देवी के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav ) उपमुख्यमंत्री बने हैं तो कैबिनेट विस्तार का इंतजार किया जा रहा है जिसमें लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav ) के नामों की भी चर्चा तेज है.

तेजप्रताप का अंदाज बेहद अलग

तेजप्रताप यादव को अपने अलग अंदाज के लिए जाना जाता है. तेजप्रताप पूर्व में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. वहीं इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार फिर से सत्ता में है तो अब ये चर्चा तेज है कि तेजप्रताप का फिर से कैबिनेट मिनिस्टर बनना लगभग तय है. तेजप्रताप यादव अपने अलग-अलग अंदाज में देखे जाते हैं. कभी बेहद गुस्से में तो कभी हंसी-मजाक करते. तेज प्रताप बेहद धार्मिक प्रवृति के भी इंसान हैं.

तेजप्रताप को कौन कहता है मूडेश्वर महादेव?

तेजप्रताप यादव कहते हैं कि मेरे दिल में जो रहता है वो जुबान पर आ जाता है. मैं दबाता नहीं हूं कोई बात. आप हमें मूडी कह सकते हैं. मेरे दोस्त मुझे मूडेश्वर महादेव भी कहते हैं. तेजप्रताप यादव अपने पिता लालू यादव के दूसरे रूप में जाने जाते हैं. वहीं एक मीडिया चैनल से बात करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि मेरे पिता ही मेरे गुरु हैं और मैं उनका शिष्य. गुरु जिस अंदाज में रहते हैं, मैं भी उसी अंदाज में रहता और उठता-बैठता, लोगों से मिलता हूं.

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किसकी बात को मानते हैं ब्रह्मा की लकीर

तेजप्रताप ने बताया कि मैं केवल पिताजी की ही बात मानता हूं. बताया कि वो उनके पिता की बात को वो ब्रह्मा की लकीर मानते हैं. पिताजी हैं तो हम हैं और पिताजी नहीं तो हम कुछ भी नहीं. राजनीति में मेरा आना और मंत्री तक बन जाना, ये मेरे पिताजी की ही दिन है.

किसके अंदाज को कॉपी करते हैं तेजप्रताप?

तेजप्रताप ने कहा कि मेरी पूरी कोशिश रहती है कि मैं पिताजी के हिसाब से ही चलूं. गुरु के अंदाज में अगर शिष्य नहीं रहा तो वो भटका हुआ माना जाएगा. मेरे पिताजी विपक्षी पर जिस तरह आक्रमक रहते हैं मैं भी उसी तरह चलता हूं. ये सभी बातें तेजप्रताप यादव ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देने के दौरान बोले.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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