एक सितंबर से पटना-नयी दिल्ली के बीच चलेगी तेजस, 160 की जगह 130 की होगी रफ्तार
पटना से नयी दिल्ली के बीच एक सितंबर से तेजस ट्रेन के चलने की संभावना है. इसे पटना-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के समय पर चलाये जाने की योजना है. इसको लेकर राजेंद्र नगर टर्मिनल पर दो रैक पहुंच चुके हैं. रैक पर राजेंद्र नगर तेजस राजधानी स्पेशल का बोर्ड लगा है.
प्रमोद झा, पटना. पटना से नयी दिल्ली के बीच एक सितंबर से तेजस ट्रेन के चलने की संभावना है. इसे पटना-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के समय पर चलाये जाने की योजना है. इसको लेकर राजेंद्र नगर टर्मिनल पर दो रैक पहुंच चुके हैं. रैक पर राजेंद्र नगर तेजस राजधानी स्पेशल का बोर्ड लगा है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस यह ट्रेन यात्रियों के लिए काफी आरामदायक होगी. स्पीड में रहने पर भी यात्रियों को इसका एहसास नहीं होगा. इसकी खासियत होगी कि कोच के दरवाजे मेट्रो के तर्ज पर स्वचालित ढंग से खुलेंगे और बंद होंगे.
बगैर दरवाजा बंद हुए ट्रेन नहीं चलेगी. इससे चलती ट्रेन में यात्री चढ़ और उतर नहीं सकते हैं. यात्रियों को बोगी के अंदर ही आनेवाले अगले स्टेशन की जानकारी डिस्प्ले बोर्ड पर मिलेगी. यात्रियों की सुविधा के लिए साइड में सिर्फ एक बर्थ की सुविधा है. ट्रेन में वाइ-फाइ की सुविधा है.
130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी
राजेंद्र नगर टर्मिनल से नयी दिल्ली के बीच राजधानी ट्रेन शाम में खुलती है. पटना में शाम 7: 10 बजे खुल कर नयी दिल्ली सुबह 7:40 बजे पहुंचती है. राजधानी के समय पर तेजस को चलाने को लेकर रेलवे बोर्ड से स्वीकृति का इंतजार है. तेजस में भी थ्री एसी, टूएसी व फर्स्ट क्लास एसी की सुविधा होगी.
सभी बोगी पर सरसों के फूल व हल्के लाल रंग में अलग-अलग डिजाइन की आकृति बनी हुई है. तेजस की स्पीड 160 किमी प्रति घंटे से अधिक है. लेकिन, वर्तमान ट्रैक के कारण ट्रेन की गति 130 किमी प्रति घंटा होगी. रेलवे के सूत्र ने बताया कि ट्रेन के समय, किराया आदि को लेकर रेलवे बोर्ड से शीघ्र अधिसूचना निकलेगी.
आधुनिक सुविधाओं वाली मध्यम तेज गति की ट्रेन
जानकारी के मुताबिक तेजस एक्सप्रेस आधुनिक सुविधाओं वाली मध्यम तेज गति वाली ट्रेन है. इसकी अधिकतम गति 160 किमी है. इसका निर्माण रेल कोच फैक्टरी, कपूरथला में हुआ है. पहली तेजस मुंबई व गोवा के बीच मई, 2017 में चली थी. 20 डिब्बों वाली देश की इस पहली ट्रेन के सभी डिब्बों में स्वचालित दरवाजे हैं. साथ ही हर डिब्बे में चाय व कॉफी की वेंडिंग मशीन लगी है. प्रत्येक सीट पर एलसीडी स्क्रीन और वाइ-फाइ की सुविधा है.
तेजस में जाने-माने शेफ द्वारा तैयार मनपसंद खाना परोसा जायेगा. ट्रेन में पानी की कम खपत वाले बायो वैक्यूम शौचालय हैं. शौचालय में टचलेस पानी का नल, साबुन डिस्पेंसर और हाथ सुखाने की मशीन लगायी गयी है. यह कॉरपोरेट ट्रेन अर्थात आइआरसीटीसी संचालित पहली ट्रेन होने का गौरव प्राप्त कर चुकी है.
Posted by Ashish Jha