पटना. विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए प्रचार का शोर तो थ चुका है, लेकिन नेताओं के बयान और ट्वीट एक दूसरे पर वार करते दिख रहे हैं. गुरुवार की सुबह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला.
उन्होंने ट्वीट किया है कि 76 घोटालों की सरताज सरकार में भ्रष्टाचार, अफसरशाही, बेरोजगारी, अव्यवस्था, बदहाली और जनता की समस्याओं के प्रति बेपरवाही आसमान पर है.
तेजस्वी यादव आगे लिखते हैं कि सरकार ने दिखाने को एक काम नहीं है पर गिनाने को हज़ार बहाने है. नीतीश जी का बस चले तो पिछली सरकारों पर क्या, पौराणिक पात्रों पर भी अपनी शिथिलता का दोष मढ़ दें.
76 घोटालों की सरताज सरकार में भ्रष्टाचार, अफसरशाही,बेरोजगारी,अव्यवस्था,बदहाली और जनता की समस्याओं के प्रति बेपरवाही आसमान पर है।
दिखाने को एक काम नहीं है पर गिनाने को हज़ार बहाने है।
नीतीश जी का बस चले तो पिछली सरकारों पर क्या, पौराणिक पात्रों पर भी अपनी शिथिलता का दोष मढ़ दें!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 28, 2021
जानकारों का कहना है कि यह उपचुनाव बहुत हद तक तेजस्वी की अग्निपरीक्षा है. अगर वो दोनों सीट जीत गये तो आनेवाले समय में नीतीश के विकल्प के रूप में वो और मजबूत होंगे, लेकिन अगर हार गये तो लालू प्रसाद के प्रचार के बावजूद नहीं जीत पाने का तोहमत उनके राजनीति कॅरियर को बहुत पीछे धकेल देगा.
वैसे भी राजद की ओर से प्रचार का जिम्मा तेजस्वी यादव खुद उठाये हुए हैं. वो ताबड़तोड़ चुनावी सभा संबोधित कर रहे हैं, रोड शो कर रहे हैं और जनसंपर्क अभियान भी चला रहे हैं. हालांकि लालू प्रसाद भी आखिरी समय में चुनाव प्रचार के दंगल में कूद पड़े हैं, लेकिन राजद का चेहरा तो अब तेजस्वी ही हैं.
चेहरे की चमक बढ़ती है या फीकी होती है, इसका निर्धारण बहुत हद तक हो जाएगा. अगर चुनाव में राजद की जीत होती है तो न केवल पार्टी में बल्कि अपने परिवार में जारी राजनीतिक उत्तराधिकार की लड़ाई में भी तेजस्वी यादव का पलड़ा भारी हो जाएगा.
Posted by Ashish Jha