मनरेगा के आंकड़ों पर तेजस्वी-श्रवण कुमार में तीखी बहस, गुस्साये तेजस्वी सदन से उठकर चले गये, कही ये बात
आसन के अनुरोध पर सदस्य अपनी सीट पर चले गये तब तेजस्वी प्रसाद ने मंत्री के दिये गये बयान पर कहा कि वह इससे मर्माहत हुए हैं. ऐसे में वह सदन का बहिष्कार कर रहे हैं.
पटना. मनरेगा में रोजगार संबंधी आंकड़ों की सत्यता को लेकर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के बीच जुबानी जंग शुरू हुई जो दोनों को आहत व मर्माहत करने तक पहुंच गयी. मंत्री के बयान से मर्माहत तेजस्वी प्रसाद यादव सहित राजद और माले के सदस्यों ने प्रश्नकाल के दौरान ही सदन की कार्यवाही का बायकाट किया.
सदन छोड़ने के पहले तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि वह सदन में तब तक नहीं भाग लेंगे जब तक ग्रामीण विकास मंत्री माफी नहीं मांग लेते. उन्होंने यह भी शर्त रख दी कि यदि मंत्री माफी नहीं मांगते हैं तो उनके सदन में उपस्थित रहने पर वह सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे.
हालांकि संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अनुरोध किया कि आसन सरकार व विपक्ष के नेता के आंकड़े मंगाकर देख ले. उन्होंने कहा कि सदन से विरोधी दल के नेता का इस तरह से अनुपस्थित होना लोकतंत्र के लिए सही नहीं होगा. सदन में अगर विपक्ष ही अनुपस्थित रहेगा तो सरकार के कार्यों पर नजर कौन रखेगा.
विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर बुधवार से ही मनरेगा में रोजगार के आंकड़े को लेकर शुरू हुआ है. तेजस्वी ने गलत आंकड़े देने के लिए सरकार से दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने सदन को बताया था कि उनके आंकड़े सही हैं. अगर कोई भी पदाधिकारी विरोधी दल के नेता के सवाल का गलत उत्तर उपलब्ध कराया है तो उसकी जांच कर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
गुरुवार को ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने आसन को सूचना दी कि वह विरोधी दल के नेता द्वारा लगाये गये आरोपों का जवाब तैयार कर लाये हैं. तेजस्वी प्रसाद की उपस्थिति में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि वह जवाबदेही से बता रहे हैं कि उन्होंने पहले जो डाटा दिया है वह मनरेगा के वेबसाइट का है और वह सही है. वह ऐसे किसी फर्जी वेबसाइट के डाटा को नहीं मानते.
विरोधी दल के नेता ने गलत डाटा देकर सदन को भ्रमित करने और मीडिया के माध्यम से बिहार को बदनाम करने का काम किया है. इसके लिए उनको मांफी मांगनी चाहिए. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट तेजस्वी ने एक वेबसाइट का नाम लेते हुए पूछा कि वह किसका वेबसाइट है.
उन्होंने सभी सदस्यों से अपने मोबाइल खोलकर उस वेबसाइट के आंकड़ों को देखने की अपील की. इसी बीच हंगामा करते हुए राजद सहित विपक्ष के सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे. आसन के अनुरोध पर सदस्य अपनी सीट पर चले गये तब तेजस्वी प्रसाद ने मंत्री के दिये गये बयान पर कहा कि वह इससे मर्माहत हुए हैं. ऐसे में वह सदन का बहिष्कार कर रहे हैं.