बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सूबे में उपचुनाव की घोषणा होते ही बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ फिर से गठबंधन करने की अटकलों को बुधवार को खारिज कर दिया. उन्होंने दावा किया कि ‘थके हुए’ जद(यू) अध्यक्ष का समय समाप्त हो चुका है. तेजस्वी ने बांका जिले में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार केंद्र के साथ अपने प्रभाव का उपयोग करके जाति जनगणना करवाएं और राज्य के लिए विशेष दर्जा और बाढ़ से तबाह हुए क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज सुनिश्चित करें.
जनवरी 2024 में नीतीश कुमार ने तोड़ा था गठबंधन
बता दें कि जनता दल (यू) के प्रमुख नीतीश कुमार ने इस साल जनवरी में राज्य में महागठबंधन को छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध (राजग) में चले गए थे. महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री थे. सीएम नीतीश के साथ फिर से हाथ मिलाने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता यादव ने कहा, “सवाल ही नहीं उठता. उनका समय समाप्त हो चुका है. वह थक चुके हैं और अब बिहार पर शासन करने में सक्षम नहीं हैं.”
BJP सरकार चलाने के लिए नीतीश कुमार पर निर्भर
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने जद(यू) के साथ मिलकर बिहार में दो बार सरकार बनायी. दोनों दलों ने पहली बार 2015 में गठबंधन किया था और विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की थी. हालांकि नीतीश कुमार दो साल बाद राजग में चले गए थे. तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के पास लोकसभा में बहुमत नहीं है और वह सत्ता में बने रहने के लिए जद(यू) पर “निर्भर” है.
जाति जनगणना के लिए सरकार पर दबाव बनाए मुख्यमंत्री
यादव ने आरोप लगाया, “फिर भी, नीतीश कुमार बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा दिलवाने में विफल रहे. वह जाति जनगणना के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार पर दबाव नहीं बना पाए हैं. हाल में, जब बिहार में बाढ़ आई, तो कोई शीर्ष केंद्रीय नेता नहीं आया और न ही किसी विशेष सहायता की घोषणा की गई.”