बिहार के किसी अस्पताल में कभी भी आ धमकेंगे तेजस्वी यादव, मेदांता में गरीबों के इलाज को लेकर दिया ये निर्देश
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को साफ साफ शब्दों में कह दिया है कि वो किसी अस्पताल में कभी भी जाकर निरीक्षण कर सकते हैं और अगर उसमें कोई लापरवाही मिली तो फिर किसी की खैर नहीं होगी.
पटना. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव स्वास्थ्य विभाग के काम काज को लेकर नाराजगी व्यक्त की है. वो एक बार फिर सरकारी अस्पतालों में सुधार को लेकर एक्शन मोड में आ गये हैं. तेजस्वी यादव साफ कर दिया है कि वो स्वास्थ्य विभाग में किसी तरह की कोई भी कोताही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को साफ साफ शब्दों में कह दिया है कि वो किसी अस्पताल में कभी भी जाकर निरीक्षण कर सकते हैं और अगर उसमें कोई लापरवाही मिली तो फिर किसी की खैर नहीं होगी. तेजस्वी यादव ने अधिकारियों से कहा कि काम दिख नहीं रहा है, कहां हो रहा है यह पता नहीं चल रहा है. आप लोग खुद जमीन पर जाकर जायजा लीजिए, आपकी बातों से लग रहा है कि आप अस्पतालों का जायजा नहीं लेते हैं.
तेजस्वी ने अखबार दिखाकर अधिकारियों से किया सवाल
इससे पूर्व समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बिहार के अस्पतालों में हुए बदलाव की तस्वीर दिखाते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तारीफ़ करने लगे तो अखबारों की कतरन को दिखाते हुए तेजस्वी यादव ने पूछा कि क्या यही बदलाव है, अगर बदलाव हुआ है, तो फिर यह खबर कैसे छप रही है? तेजस्वी यादव ने मुख्य रूप से जमुई अस्पताल में एक मरीज को कैथेटर के बदले बोतल लगाने के मामले में अपने विभाग के अधिकारियों से जवाब-तलब किया. तेजस्वी यादव के तेवर को देखकर अधिकारी बगलें झांकने लगे. तेजस्वी यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने विभाग के पदाधिकारी को यह निर्देश दिया कि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों का आप लोग नियमित और औचक निरीक्षण करें. तेजस्वी यादव ने कहा कि हम अगर किसी दिन अस्पताल पहुंच गये तो फिर आप लोगों की गनीमत नहीं होगी.
मिशन परिवर्तन की गति में ठहराव देख नाराज हुए मंत्री
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के लिए चलाए गए मिशन परिवर्तन की समीक्षा बैठक कर रहे थे. इस बैठक में उन्होंने पाया कि मिशन परिवर्तन की गति में ठहराव आ गया है. इसके बाद तेजस्वी यादव एक्शन में नजर आए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी महीने में दो से तीन बार जाकर मेडिकल कॉलेज का एक्शन करें, ताकि मरीजों का सही ढंग से गरीबों का इलाज हो सके. तेजस्वी यादव ने डेंगू को लेकर भी समीक्षा की उन्होंने बताया कि सभी मेडिकल अस्पतालों में 25-25 वार्ड का डेंगू अस्पताल तैयार किया गया है. डेंगू मरीजों के लिए सभी प्रकार की दवा है और उचित व्यवस्था कर दी गई है. फिलहाल डेंगू के कारण कहीं कोई मौत नहीं हुई है.
मेदांता में गरीबों के लिए 75 बेड सुरक्षित
समीक्षा में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों से पूछा गया कि मेदांता अस्पताल में राज्य सरकार के कोटे के 75 बेड सुरक्षित हैं. अभी इस पर महज चार मरीज भर्ती हैं ,जबकि 71 बेड खाली हैं. सभी अधीक्षकों को इसको लेकर पहल करने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही समीक्षा बैठक में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को बताया गया कि शौचालयों की सफाई का काम सुलभ इंटरनेशनल को दिया गया है. अभी सुलभ द्वारा सफाई का काम शुरू नहीं किया गया है. हालांकि, सभी मेडिकल कॉलेजों में शौचालयों और स्नानागारों की गिनती का काम पूरा हो चुका है. इस माह के अंत तक सुलभ को सभी मेडिकल कॉलेजों में सफाई का काम सौंप दिया जायेगा. समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सचिव संजय कुमार सिंह, संयुक्त सचिव सुधीर कुमार, निदेशक प्रमुख और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षक शामिल थे.