NMCH अधीक्षक के निलंबन पर फंसे तेजस्वी यादव, डॉक्टरों ने दी हड़ताल की धमकी
NMCH के अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के निलंबन पर पेंच फंसता हुआ दिख रहा है. IMA के बिहार इकाई ने स्वास्थ्य मंत्री के फैसले पर संज्ञान लेते हुए फैसला वापस लेने को कहा है. आईएमए ने कहा कि अगर सरकार डॉक्टरों की बात नहीं मानती है तो वो सख्त कदम उठा सकते हैं.
NMCH के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह के निलंबन पर IMA ने हड़ताल की धमकी दे दी है. आईएमए ने शनिवार को आपात बैठक का आयोजन किया. बैठक में डॉक्टरों ने साफ तौर पर कहा कि अगर सरकार निलंबन पर रोक नहीं लगाती है तो सख्त कदम भी उठाया जा सकता है. बड़ी बात ये है कि पटना में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में अगर डॉक्टर हड़ताल पर जाते हैं तो पटना सहित पूरे बिहार के लिए बड़ी परेशानी का सबब हो सकता है. डॉक्टरों की चेतावनी पर राज्य सरकार परेशानी में फंस गयी है. हालांकि हड़ताल को लेकर अभी कोई घोषणा नहीं की गयी है.
फैसले पर फिर से विचार करे सरकार: डॉ विनोद कुमार सिंह
अपने निलंबन के फैसले पर NMCH के पूर्व अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि उनपर अनियमितता का आरोप लगाते हुए हटाया जाना अन्याय है. इसपर सरकार को फिर से विचार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मेरे पर लगे सभी आरोप निराधार हैं. मुझ से बिना स्पष्टीकरण मांगे ही मेरे पर कार्रवाई कर दी गयी है. सरकार की कार्रवाई बिल्कुल अन्यायपूर्ण और असंवैधानिक है. अगर सरकार अपने फैसले पर फिर से विचार नहीं करती है तो मैं कोर्ट का सहारा लूंगा. मेरी पूरी बात को सरकार को सुनना और समझना चाहिए.
‘मेरे काम के बदले सरकार दे रही निलंबन’
डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि किसी भी सरकारी कर्मचारी को निलंबित करने से पहले उससे स्पष्टीकरण मांगा जाता है. मगर मेरे से बात तक नहीं की गयी. कोविड-19 संक्रमण के वक्त मैंने जान हथेली पर लेकर काम किया था. पूरे काल में मैं तीन पार संक्रमित हुआ. फिर भी सरकार मेरे विरुद्ध कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि NMCH में साफ-सफाई की कमियां हैं. वो मेरे कारण नहीं बल्कि संसाधनों की कमी के कारण है. सरकार को संसाधनों को बढ़ाने पर काम करना चाहिए. ऐसे फैसलों से कम संसाधनों में बेहतर काम करने वाले डॉक्टरों का उत्साह कम होगा. इसका सीधा असर मरीजों पर पड़ेगा.