भूमिहारों को साधने में लगे तेजस्वी यादव, बोले- विधान परिषद की तरह देंगे लोकसभा व विधानसभा चुनावों में भी टिकट

तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि आगामी चुनावों में टिकट बंटवारे के दौरान आरजेडी भूमिहारों पर भी फोकस करेगी. राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह बातें रविवार को राजद प्रदेश मुख्यालय स्थित सभागार में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री दिवंगत नेता डॉ श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पखवाडे के समापन समारोह में कहीं.

By Prabhat Khabar News Desk | November 5, 2023 7:18 PM

पटना. लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) लोकसभा चुनाव से पहले भूमिहार समाज को साधने में लग गयी है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भूमिहार समाज को आरजेडी के साथ रहने की अपील की है. उन्होंने भूमिहार समाज के लोगों से कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी ने आपको उम्मीदवार बनाया. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दो टूक कहा है कि हम दिल से चाहते हैं कि भूमिहार समाज हमारे साथ रहे. भूमिहार समाज को जो भी कुछ मिला है, राजद में ही मिला है. हमने शुरुआत कर दी है, अब आप भी कदम बढ़ाइए. टिकट वितरण में कोई भेदभाव नही करेंगे. तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि आगामी चुनावों में टिकट बंटवारे के दौरान आरजेडी भूमिहारों पर भी फोकस करेगी. राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह बातें रविवार को राजद प्रदेश मुख्यालय स्थित सभागार में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री दिवंगत नेता डॉ श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पखवाडे के समापन समारोह में कहीं.

हमने आपसे दिल से अपनी बात कही

बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने विशेष रूप से भूमिहार समाज पर ध्यान केंद्रित किया. कहा कि आप लोग दिल और दिमाग से यह निकाल दें कि हम लोग आपके विरोधी है. किसी के साथ भी यदि अन्याय होगा तो तेजस्वी यादव उसके साथ रहेंगे. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का नाम लेकर, मेरा नाम लेकर लोगों ने क्या-क्या बोलकर आपके वोट लिये. सोचिए कि इस समाज ने जिन लोगों का साथ दिया, उस समाज ने क्या दिया? इस समाज को जो प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए था, नहीं मिला है. अच्छे काम की शुरुआत में समय लगता है. पिछले चुनाव में भूमिहार समाज को पार्टी ने 5 सीट दी थीं, जिसमें 3 सीटों पर जीत कर आए थे. जिस प्रकार विधान परिषद के चुनाव में हम लोगों ने टिकट दिये, उसी हिसाब से हम लोग लोक सभा और विधान सभा में भी टिकट देगें. हमें लंबी राजनीति करनी है. हम लोगों की बात को समझिए, दरवाजा खुला रखिए. किसी से ठगाइये नहीं. आप लोग(भूमिहार समाज) बंधुआ बन कर नहीं रहें. हमने आपसे दिल से अपनी बात कही है. इस पर आप लोग जरूर सोचियेगा.

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बिहार अकेले लाखों नौकरी दे रहा

तेजस्वी यादव ने जोर देकर कहा कि बिहार अकेले लाखों नौकरी दे रहा है. केंद्र सरकार ने दे में केवल 50 हजार नौकरी दी है. वह भी केवल दिखावटी. दरअसल केंद्र में बैठे दल की सारी राजनीति ही दिखावटी, बनावटी और मिलावटी है. वे चुनाव के समय मंदिर जाते हैं. हम लोगों के तो घर में ही मंदिर है. तेजस्वी यादव ने कहा कि श्री बाबू ने अपने कार्यकाल में मंदिरों में दलित का प्रवेश और जमींदारी प्रथा के उन्मूलन जैसे क्रांतिकारी निर्णय लिये, इसके लिए उन्हें उन्हें हमेशा याद किया जायेगा. तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के सामने नाक नहीं रगडते है. यही वजह है कि इडी और सीबीआइ हमारे यहां पहुंच जाती है, लेकिन हमलोग डरने वाले नहीं है. हम लडेंगे और जीतेंगे भी.

आजादी की लडाई में श्रीबाबू का महत्वपूर्ण योगदान

समारोह कि अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि डा श्रीकृष्ण सिंह का देश की आजादी की लडाई में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. उन्होंने बिहार के विकास की बुनियाद खड़ी की. बिहार के आधुनिक निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही. इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता करूण सागर ने सभी का स्वागत किया. इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता करूणा सागर, पूर्व विधायक फुलेना सिंह समेत कई लोगों ने तेजस्वी यादव को को चांदी का मुकुट से सम्मानित किया. इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह समेत अन्य नेताओं को भी सम्मानित किया गया.

बिहार में भूमिहारों की आबादी 2.86 फीसदी

नीतीश सरकार की हालिया जाति गणना रिपोर्ट के अनुसार बिहार में भूमिहारों की आबादी 2.86 फीसदी है. हालांकि, माना जाता है कि जमीन जायदाद में परिपूर्ण होने के कारण इस समाज के लोगों की दूसरी जातियों के वोटरों को भी प्रभावित करने की क्षमता है. भूमिहारों को बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है. कुछ सीटों पर इस समाज के वोटर निर्णायक भूमिका में हैं. ऐसे में अब आरजेडी बीजेपी के इस वोटबैंक में सेंध लगाने में जुटी है.

चुनाव आते ही राजद को याद आये श्रीकृष्ण सिंह शंभुनाथ

दूसरी ओर राजद के इस कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता शंभुनाथ सिन्हा ने कहा है कि पिछले विधान सभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव ने ए-टू-जेड का नारा दिया था. सत्ता में आते ही व्यावहारिक रूप से उस नारे को ठंडे बस्ते में डाल दिया. लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही राजद को डॉ श्री कृष्ण सिंह की याद आने लगी. कहा है कि मंत्रिमंडल से एकमात्र ब्रह्मर्षि मंत्री के इस्तीफे के बाद इस समाज के किसी भी अन्य प्रतिनिधि को फिर से शामिल क्यों नही किया गया. पिछले चुनाव के दौरान कुछ गैर पारंपरिक युवा मतदाताओं का झुकाव तेजस्वी यादव के प्रति हुआ था. यही कारण था कि राजद सबसे बड़ी पार्टी बन गयी, परंतु, अब वह वर्ग भी राजद के असली चाल और चरित्र को समझ गया है.

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