पटना. यूपी के गैंगस्टर अतीक अहमद की हत्या के बाद अब बयानों को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए अतीक अहमद के नाम के साथ जी लगाकर बुरे फंस गये हैं. पूर्व गृह सचिव और मोदी सरकार में मंत्री आरके सिंह ने तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि वोट बैंक के लिए ये लोग कभी आतंकी के नाम में जी लगाते हैं तो कभी दुर्दांत अपराधी के नाम में जी लगा रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने लिखा है कि तेजस्वी यादव बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं और वो एक दुर्दांत अपराधी को जी (अतीक जी) कहते हैं. अतीक पर 100 से अधिक मुकदमे थे, जो हत्या, अपहरण, फिरौती आदि के थे. जो भी गवाह होता था, उसको ये मार देते थे या फिर उसके परिवार का अपहरण कर लेते थे. आरके सिंह ने कहा कि अतीक अहमद ने कबूल किया था कि उसका लश्कर-ए-तैयबा से संबंध है. वो गैंगवार में मारा गया, उसके लिए ये लोग आंसू बहा रहे हैं. समाजवादी पार्टी हो या फिर ममता जी हो, ये सब वोट बैंक की तलाश में हैं.
इधर, अतीक और अशरफ की हत्या पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिये बयान को भाजपा सांसद सुशील मोदी ने भी आड़े हाथों लिया है. मोदी ने कहा है कि तेजस्वी यादव के राज में 30 दलित जहरीली शराब के सेवन से मर गये उस पर उन्होंने आंसू नहीं बहाया और एक गैंगवार में गैंगस्टर मारा गया तो ये आंसू बहा रहे हैं. यूपी के लोग तो खुश हैं कि वो मारा गया भले गैंगवार में ही मारा गया, आप कम से कम अपने राज्य में जहरीली शराब पीने से जिनकी मृत्यु हुई उनके परिवार को मुआवजा तो दिला दीजिए.