Bihar Politics: बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा है कि हमें राम और रामचरित मानस पर कोई ज्ञान न दे. हम भी हिंदू हैं. भगवान राम-कृष्ण और गो माता से हमारा पुरातन रिश्ता है, लेकिन हमें हिंदू होने का किसी से सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. सही मायने में आरएसएस ने हिंदू धर्म को अधिक बदनाम किया है. आम लोगों को इसके एजेंडे को समझकर अधिक सतर्क रहना होगा.
बुधवार को राजद की ओर से बापू सभागार में आयोजित शहीद जगदेव प्रसाद के जन्म शताब्दी समारोह में तेजस्वी यादव ने कहा कि वर्ण व्यवस्था किसने बनायी ? सवाल तो उठेंगे. सभी हिंदू हैं तो कोई जाति छोटी और बड़ी क्यों? वर्ण व्यवस्था अमानवीय और गैर संवैधानिक है. कहा कि वर्ण व्यवस्था में कम संख्या वाले लोग उच्च वर्ग माने गये और अधिक संख्या वालों को निम्न वर्ग क्यों माना गया? हमारे इन सवालों का उत्तर मिलने चाहिए.
तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसी आवाज उठाने वालों मसलन आलोक मेहता आदि को जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं. भरोसा दिलाता हूं कि किसी की हिम्मत नहीं कि, कोई आलोक मेहता को छू दे. सभी वर्गों को समानुपातिक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. उन्होंने शहीद जगदेव प्रसाद के शताब्दी समारोह में आये जाति विशेष के लोगों से कहा कि आप लोगों को टिकट की चिंता नहीं करनी चाहिए. आप चार कदम चलेंगे तो हम सोलह कदम चलेंगे. 2024 में भाजपा को सत्ता से हटाना है.
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बता दें कि राजद नेता सह शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर के द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए विवादित टिप्पणी के बाद विवाद ने तूल पकड़ लिया है. वहीं शिक्षा मंत्री ने साफ किया है कि वो अपना बयान वापस नहीं लेंगे. इस बयान पर जदयू और राजद आमने-सामने हो चुकी है. भाजपा भी राजद पर हमलावर है. इस मुद्दे को लेकर बिहार समेत देशभर में सियासत गरमाई हुई है.
Posted By: Thakur Shaktilochan