बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा रखा गया विश्वास प्रस्ताव सदन में पास हो गया. सदन में पक्ष और विपक्ष के द्वारा एक दूसरे पर आरोप लगाए गए. भाजपा ने जहां नीतीश कुमार के महागठबंधन के साथ सरकार बनाने को लोकतंत्र और जनादेश के साथ धोखा बताया. वहीं उपमुख्मंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के फैसले को एतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि चाचा भतीजे की जोड़ी धमाल करेगी. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो उनके खिलाफ जाता है, उसे डराया जाता है. मगर हम डरने वाले नहीं है. मैं हनीमून पर गया तो लुकआउट नोटिस निकाल दिया गया.
सदन में तेजस्वी यादव पूरे जोश में दिखें. उन्होंने कहा कि भाजपा के तीन जमाई हैं. ये तीन जमाई इनकम टैक्स, ED और CBI हैं. कोई अगर बीजेपी के खिलाफ जाता है तो ये एजेंसियां उनके साथ क्या करती है सबको पता है. मैं और मेरा परिवार इसे झेल रहा है. उन्होंने कहा कि आज गुरूग्राम में एक मॉल में रेड मारी जा रही है. कहा जा रहा है कि वो मेरा मॉल है. जिस मॉल में सीबीआई मार रही रेड, उसका उद्घाटन बीजेपी नेता ने किया. भाजपा के साथ जो रहा का है वो साधू हो जाता है. जो नहीं रहता है वो कैरेक्टर लेस हो जाते हैं.
उपमुख्यमंत्री ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे सत्ता में आने का कोई शौक नहीं है. मैं शायद देश का पहला ऐसा नेता हूं जिसके माता और पिता राज्य के मुख्यमंत्री रहे और बेटा पांच वर्ष तक विपक्ष में बैठा रहा. देश की सभी समाजवादी पार्टियां एक साथ हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी नीतीश कुमार को सच्चा समाजवादी नेता बताया था. फिर उनके महागठबंधन में शामिल होने पर भाजपा को दर्द क्यों हो रहा है.