पटना: तेजस्वी यादव जब से उप मुख्यमंत्री बने हैं, उनको अपने द्वारा किये गए रोजगार के वादे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish kumar) से भी तीखे सवालों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि तेजस्वी यादव भी मीडिया और विपक्ष के सभी सवालों का जिस तरह से जवाब दे रहे हैं वह काबिले तारिफ है. इसी क्रम में सोमवार को पटना एयरपोर्ट पर जब पत्रकारों ने तेजस्वी यादव से रोजगार को लेकर फिर से सवाल पूछा तो तेजस्वी यादव ने कहा कि हम सरकार में हैं और सरकार हर हाल में अपना वादा पूरा करेगी.
तेजस्वी यादव (tejashwi yadav) ने कहा कि ‘हम सरकार में हैं और ये हमारी प्रतिबद्धता है. ऐसा जरूर होगा. उन्होंने कहा कि सरकार हर हाल में अपना वादा पूरा करेगी. तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश के द्वारा नौकरी (goverment vacancy bihar) को लेकर दिये गए बयान का भी जिक्र किया. तेजस्वी ने कहा कि सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार कैसे मुहैया कराए. इस पर काम चल रहा है. जल्द हो युवाओं को खुशखबरी सुनने को मिलेगी.
तेजस्वी यादव ने बीजेपी के राज्य सभा सांसद सुशील मोदी (sushil modi) के द्वारा नीतीश कुमार की कैबिनेट से राजद नेता रामानंद यादव को हटाने की मांग पर पलटवार करते हुए कहा कि सुशील मोदी को सबसे पहले उत्तर प्रदेश में अपने मंत्रियों का हाल देखना चाहिए. तेजस्वी ने बीजेपी नेता पर तंज कसते हुए पहले अपने घर की साफ-सफाई करने की नसीहत भी दी है.
बता दें कि बीते शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी रोजगार समेत अन्य मुद्दों को लेकर बैठक की थी. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (cm nitish kumar) ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि राष्ट्रीय मानक के अनुरूप प्रति एक लाख की आबादी पर पुलिसकर्मियों की स्वीकृत पदों की संख्या में बढ़ोतरी करने के लिए तेजी से काम करें.
गौरतलब है कि राज्य पुलिस मुख्यालय ने बिहार में पुलिस-पब्लिक अनुपात को राष्ट्रीय औसत के करीब लाने की कवायद के तहत यह पहल की है. मुख्यालय ने गृह विभाग को करीब 1 लाख पुलिसकर्मियों की बहाली का प्रस्ताव भेजा है. वित्त विभाग और सरकार की मंजूरी के बाद अलग-अलग चरणों में बाहलियां की जाएंगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रस्तावित बहालियों की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया है. बिहार में वर्तमान में पुलिस बल की क्षमता करीब 91 हजार की है. जबकि बिहार में प्रति एक लाख की आबादी पर पुलिस-पब्लिक का अनुपात करीब 115 पुलिसकर्मियों का है. दूसरी ओर प्रति एक लाख की आबादी पर पुलिस-पब्लिक का राष्ट्रीय औसत 193.95 पुलिसकर्मियों का है. एक लाख पदों पर भर्ती के बाद बिहार में पुलिस पब्लिक का अनुपात 192 हो जाएगा. जानकारी के अनुसार अगले चार साल में एक लाख पदों पर बहालियां पूरी कर ली जाएंगी.