Tejashwi Yadav ने किया कंफर्म, रोहिणी आचार्य ही लालू यादव को करेंगी किडनी दान
Tejashwi Yadav ने दिल्ली से रविवार को लौट आए हैं. उन्होंने पटना पहुंचने के बाद बताया कि मेरी बहन रोहिणी आचार्य ही पिता लालू प्रसाद को किडनी देंगी. उपमुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि लालू को परिवार के कई लोग किडनी दान करना चाहते थे. मगर सबसे एडैप्टिव रोहिणी दान का किडनी पाया गया.
Tejashwi Yadav ने दिल्ली से रविवार को लौट आए हैं. उन्होंने पटना पहुंचने के बाद बताया कि मेरी बहन रोहिणी आचार्य ही पिता लालू प्रसाद को किडनी देंगी. उपमुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि लालू को परिवार के कई लोग किडनी दान करना चाहते थे. मगर सबसे एडैप्टिव रोहिणी दान का किडनी पाया गया. गौरतलब है कि लालू यादव का किडनी केवल 75 प्रतिशत ही काम कर रहा है. इसका इलाज पहले दिल्ली एम्स में चल रहा था. जहां डॉक्टरों ने इसका ऑपरेशन करने से मना कर दिया. इसके बाद उन्होंने सिंगापुर में इलाज कराने का फैसला लिया. वहीं रोहिणी का भी टेस्ट किया गया.
24 को सिंगापुर जा सकते हैं लालू
दिल्ली से लौटने के बाद पटना हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बताया कि परिवार के लोग किडनी दें तो अच्छा माना जाता है. बहुत से लोग किडनी देने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि किडनी देने के लिए दीदी रोहिणी आचार्य की सभी जांच सबसे उपयुक्त निकली. इसलिए वह ही किडनी देंगी. वह किडनी देने के लिए उत्सुक भी हैं. वहीं रहती हैं. उल्लेखनीय है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद 24 नवंबर को किडनी देने सिंगापुर जा सकते हैं. यहां चिकित्सकों की राय पर किडनी प्रत्यारोपण करने की संभावना है.
16 नवंबर को दस हजार को दिये जायेंगे नियुक्ति पत्र
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रोजगार देने संबंधी एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारी महागठबंधन सरकार ने तीन महीने में ढेर सारे नियुक्ति पत्र बांटे हैं. 16 नवंबर को हम लोग 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के जो लोग हमारी सरकार से हिसाब मांग रहे हैं. उन्हें ठीक से गिनती नहीं आती है. वे दो करोड़ साल के हिसाब से रोजगार दे रहे थे. भाजपा बताये कि आठ साल में केंद्र में उसने कितने रोजगार दिये? तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि जब भाजपा के लोग सरकार में थे तो सिर्फ जुमलेबाजी करते थे. अब हिसाब मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिसाब मांगना गलत नहीं है. इसी पर चर्चा होनी चाहिए. हम हिसाब देने के लिए तैयार हैं.