आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीट बंटवारे को लेकर इंडी अलायंस के दलों के बीच गहमागहमी चल रही है. सीटों की संख्या को लेकर सभी पार्टियों के अलग-अलग दावे हैं. इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर पूछे गए सवाल पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आप लोगों को क्या पता है कि ‘बिहार में हुआ है या नहीं. हो सकता है कि बिहार में हो भी गयी हो’, इसलिए आप लोगों को इस बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार और उनके बीच दूरी को लेकर हो रही चर्चा को बकवास बताया. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयोजक का पद क्यों छोड़ा? के सवाल को वो टाल गए. उन्होंने यह बात पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कही. इस दौरान उन्होंने बिहार और देश के लोगों को मकड़ संक्रांति की शुभकामनाएं भी दी.
राजद और जदयू के बीच दूरी की चर्चा को तेजस्वी ने बताया बकवास
राजद और जदयू के बीच बढ़ रही दूरियों के संदर्भ में पूछे गये एक सवाल को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सब बेकार की बातें हैं. जो बात है ही नहीं. उस पर सफाई क्यों दें? उन्होंने आगे कहा कि जब से लालू प्रसाद और नीतीश कुमार एक साथ आये हैं, तब से ऐसी बातें कही जा रही हैं. हमारी सरकार ने जातीय गणना करायी. लाखों रोजगार दिए, विकास के लिए और भी तमाम कदम उठाए.
भाजपा नेता घबराये हुए हैं : तेजस्वी यादव
डिप्टी सीएम ने कहा कि दरअसल भाजपा नेताओं की चिंता यही है कि यह लोग सारे वादे पूरे करते आ रहे हैं. इसलिए वे घबराये हुए हैं. इस दौरान उन्होंने साफ किया कि जब भी मेरे पिता लालू प्रसाद रहते हैं, तब हम लोग दही -चूड़ा और कोहंड़ा की सब्जी खिलाते हैं. यह अच्छी बात है कि इतनी कड़ाके की ठंड के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों के साथ हजारों लोग हमारे यहां पर्व पर आये हैं. सभी का स्वागत है.
विपक्षी पार्टियां क्या बोलती फर्क नहीं पड़ता : तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी पार्टियों में डर है. जिस हिसाब से बिहार में नौकरी और आरक्षण दिया जा रहा है. निवेशकों ने 50 हजार करोड़ के रुपये के निवेश का एमओयू साइन किया. स्वयं सहायता समूह के लोगों का मानदेय बढ़ा. इसलिए विपक्षी पार्टियां क्या बोलती हैं, इससे फर्क नहीं पड़ने वाला.
गठबंधन की राजनीति में सीट बंटवारा बड़ी एक्सरसाइज है, लेकिन अब हो जाना चाहिए- अशोक चौधरी
वहीं, राबड़ी आवास पर दही-चूड़ा भोज में शामिल हुए राज्य सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने सीट बंटवारे से जुड़े सवाल पर कहा कि गठबंधन की राजनीति में सीट बंटवारा एक बड़ी कवायद है. जब भी गठबंधन की राजनीति होती है तो सीटों का बंटवारा एक जटिल स्थिति बनी रहती है, लेकिन जब मन साफ हो तो जटिल परिस्थितियों से भी निकला जा सकता है.
अशोक चौधरी ने कहा कि इससे पहले भी जदयू और राजद के बीच गठबंधन हुआ था और सीट बंटवारे पर पंद्रह दिनों तक बात चली थी. अब गठबंधन का परिदृश्य राष्ट्रीय है. इसलिए सीटों का बंटवारा जल्द से जल्द किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद अभिभावक हैं. उन्होंने व्यक्तिगत रूप से टेलीफोन पर उन्हें भोज के लिए आमंत्रित किया था.