बयानवीरों को तेजस्वी यादव ने बतायी हैसियत, बोले- लालू यादव और नीतीश कुमार के रहते महागठबंधन अटूट
बिहार में मौसम चाहे जितना ठंड हो लेकिन सियासी पारा पूरा चढ़ा हुआ है. सुधाकर सिंह के बाद शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के बयान से महागठबंधन में बढ़ती दरार से हमेशा शांत दिखने वाले तेजस्वी यादव के चेहरे पर रविवार को गुस्सा दिखा.
पटना. बिहार में मौसम चाहे जितना ठंड हो लेकिन सियासी पारा पूरा चढ़ा हुआ है. सुधाकर सिंह के बाद शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के बयान से महागठबंधन में बढ़ती दरार से हमेशा शांत दिखने वाले तेजस्वी यादव के चेहरे पर रविवार को गुस्सा दिखा. पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जो लोग बयान दे रहे हैं, उन सब को पहचान रहे हैं. कुछ होने वाला नहीं है, केतना भी लोग एड़ी अलगा कर भाषण दे, बयान दे, बिहार में महागठबंधन को कुछ नहीं होने जा रहा है. ये लोग कुछ भी कर लें महागठबंधन टूटने का सवाल ही पैदा नहीं होता. आप देखियेगा जो लोग बयान देकर चर्चित हो रहे हैं उनके साथ जनता नहीं है. जनता तो सिर्फ लालू-नीतीश जी के साथ है. बिहार की जनता लालू जी औऱ नीतीश जी के साथ हैं.
मुझे बयानवीरों से कोई मतलब नहीं
दरअसल पत्रकारों ने जब तेजस्वी यादव से शिक्षामंत्री चंद्रशेखर को लेकर सवाल किया तो उपमुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि मुझे बयानवीरों से कोई मतलब नहीं है. हमें रोजगार और विकास पर बात करनी है, भाजपा के लोग तो चाहेंगे ही बहस इन मसलों पर नहीं हो. हम संविधान को माननेवाले लोग हैं. संविधान ये भी बताता है कि सभी धर्म का मान सम्मान किया जाना चाहिये. हम लोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. हम लोग मुद्दे की बात करते हैं, लेकिन चर्चा मंहगाई और बेरोजगारी पर नहीं हो रही है. बिहार में फिर हिन्दू-मुस्लिम एजेंडा चल पड़ा है, भाजपा ने ये एजेंडा तय किया है. उसी पर चर्चा की जा रही है. तरह-तरह की बातें चलायी जा रही है मार्केट में. हम लोग जान रहे हैं कि इसके पीछे कौन है.
बयानवीरों के साथ कोई नहीं है, नेता के साथ हैं लोग
पत्रकारों ने जब तेजस्वी को उपेंद्र कुशवाहा के राजद-भाजपा के बीच सांठगांठ संबंधी बयान के संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा-अरे भाई, शीर्ष नेता कौन है. लालू जी हैं, नीतीश जी हैं. उन्होंने महागठबंधन बनाया, लोग किसके साथ हैं. बयानवीरों के साथ हैं क्या लोग. बयानवीरों के साथ कोई नहीं है, नेता के साथ हैं लोग. एक बात समझ जाइये कौन क्या कह रहा है इसमें क्या है, मुद्दे की बात करिये न. मुद्दा क्या होना चाहिये. ये कोई मुद्दा है. ऐसी साजिशों का हम सब लोगों को पता है. जातिगत जनगणना के बाद भाजपा माइंडसेट वाली मीडिया एक एजेंडा पकड़ी हुई है. हम मानते हैं कि ठीक है.
अभी मुद्दा चला जायेगा हिन्दू-मुसलमान पर
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा डरी हुई है. महागठबंधन की सरकार नौकरी और जातिगत जनगणना के मुद्दे पर काम कर रही है. फिर से लोग साजिश रच रहे हैं. साजिश रचने के लिए ये लोग क्या-क्या करेंगे औऱ कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं, ये हम औऱ मुख्यमंत्री जी अच्छे से जानते हैं. उन्होंने कहा कि बात सुनो, अभी मुद्दा चला जायेगा हिन्दू-मुसलमान पर. कुछ दिन बाद पता चलेगा कि ईडी जो है फिर से आ गयी कि तेजस्वी के पास बड़ा संपत्ति है. फिर से जांच होगी. फिर केस होगा. फिर मुकदमा होगा. अरे इ सब हम जानते हैं. काहे ला आप लोग चिंता करते हैं. हम लोगों का काम है जिस कमिटमेंट के साथ सरकार में आय़े हैं, दस लाख लोगों को रोजगार दिलाने का वह दिलायेंगे. तेजस्वी ने कहा कि मुझे लालू जी ने सिखाया है कि विवेक औऱ धैर्य भी मजबूती है. ताकत है. हमलोग धैर्य रखने औऱ विवेक से काम करने वाले लोग हैं.