तेजस्वी यादव कार्यकर्ताओं से क्या करेंगे संवाद? जानिए बिहार भ्रमण का उद्देश्य….

Tejaswi Yadav Yatra: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की यात्रा का नाम अब बदल गया है. राष्ट्रीय जनता दल ने 'कार्यकर्ता आभार यात्रा' से 'कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम' रख दिया गया है. जानिए इस यात्रा का क्या उद्देश्य है.

By Abhinandan Pandey | September 5, 2024 12:42 PM

Tejaswi Yadav Yatra: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की यात्रा का नाम अब बदल गया है. राष्ट्रीय जनता दल ने जो पहले यात्रा का शेड्यूल जारी किया था यात्रा का नाम ‘कार्यकर्ता आभार यात्रा’ लिखा गया था लेकिन 4 सितंबर को जब आरजेडी कार्यालय में राजद की बैठक हुई तो इसके बाद कार्यकर्ता आभार यात्रा का नाम बदल कर ‘कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम’ रख दिया गया है. यह यात्रा 10 सितंबर को उजियारपुर से शुरू होगी. इस यात्रा का मूल मकसद पार्टी के खास नेताओं के साथ तेजस्वी यादव का संवाद है.

बता दें कि बुधवार को आरजेडी कार्यालय में हुई बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक घंटे तक मौजूद थे. बैठक के शुरू में हीं लालू प्रसाद के बेहद करीबी भोला यादव ने हिदायत दे दी कि बैठक गोपनीय रखा गया है. इस बैठक में जिस तरह से तेजस्वी यादव सहित अन्य नेताओं ने बातें रखीं उससे साफ है कि तेजस्वी यादव की यात्रा में अनुशासन का सख्ती से पालन किया जाएगा. यात्रा में जो शामिल होंगे उनके लिए आई-कार्ड जारी किया जाएगा.

पार्टी के बैड और गुड परफॉर्मेंस वाले नेताओं की लिस्ट तैयार

तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में कहा कि पार्टी के जिन नेताओं ने लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार को जिताने में ठीक काम नहीं किए हैं उनकी अब खैर नहीं है. तेजस्वी अपने भाषण में बोलें कि विधानसभा चुनाव में टिकट देने के मामले में कठिन से कठिन फैसला पार्टी नेताओं के परफॉर्मेंस के आधार पर ली जाएगी. बता दें आरजेडी ने गुड परफॉर्मेंस और बैड परफॉर्मेंस के आधार पर अपने विधायकों को बांट दिया है.

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कार्यक्रम में कोई बैनर पोस्टर नहीं लगेगा, कोई कार्यकर्ता गमछा का मुरेठा नहीं बांधेगा

बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि जिस जिले में तेजस्वी यादव जाएंगे उसमें वहीं के लोग हीं सिर्फ उनसे मिलेंगे. बगल के जिले के लोग उसमें नहीं आएंगे. तेजस्वी का उद्देश्य है कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद. संवाद कार्यक्रम में कोई बैनर-पोस्टर नहीं लगाया जाएगा. होर्डिंग का भी उपयोग नहीं होगा. कोई नेता विधान सभा टिकट मांगने या किसी के नाम की सिफारिश करने नहीं आएगा. यात्रा में कोई गमछा से मुरेठा नहीं बंधेगा या कोई कमर में गमछा नहीं बंधेगा.

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यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव किसी नेता के घर नहीं जाएंगे

तेजस्वी की यात्रा के समय कोई रोड शो नहीं किया जाएगा. कोई आम सभा आयोजित नहीं होगी. भाषणबाजी नहीं की जाएगी. तेजस्वी कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करेंगे. जनता और कार्यकत्ताओं का फीड बैक लेंगे कि पार्टी का परफॉरमेंस विधान सभा चुनाव में कैसे शानदार हो सके. आम तौर पर कार्यकर्ता घर पर चलने की जिद करते हैं, इसलिए यह हिदायत दी गई कि तेजस्वी को कोई अपने घर ले जाने की जिद्द न करे. जिला के सर्किट हाउस में वे कार्यकर्ताओं की बात सुनेंगे.

यात्रा में अनुशासनहीनता बर्दाश्त कतई नहीं

बता दें कि आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अपने अनुशासन के लिए ही जाने जाते हैं. अब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में वे पार्टी के कार्यकर्ताओ को और अनुशासित करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की यात्रा में कोई अनुशासनहीनता दिखी तो पार्टी को वैसे लोगों को प्रणाम करना मजबूरी होगी.

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