इन दिनों देशभर की सुर्खियों में चल रहे बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अगले महीने बिहार आने वाले हैं. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही राज्य में विवाद तेज हो गया है. प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप ने कहा है कि बाबा बागेश्वर की बिहार में तभी इंट्री होगी, जब वह सभी धर्मों के भाई चारे की बात करेंगे. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनकी इंट्री नहीं होगी.
तेज प्रताप ने स्पष्ट किया है कि अगर बागेश्वर धाम वाले बाबा हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई में एकता बढ़ाने वाली बात करते हैं तो ठीक है, अगर बाबा बागेश्वर हिंदू-मुस्लिम को लड़ाने आ रहे हैं तो मैं उनका विरोध करूंगा. इसके लिए उनका मैं एयरपोर्ट पर घेराव भी करूंगा.
जानकारी के अनुसार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पटना से करीब 25 किलोमीटर दूर नौबतपुर आने वाले हैं. वह नौबतपुर के तरेत गांव स्थित भगवान राघवेंद्र की धरती पर 13 से 17 मई तक दरबार लगायेंगे. करीब तीन घंटे तक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दरबार के जरिए भक्तों की अर्जियां सुनेंगे और उन्हें अपना आशीर्वचन देंगे. दरबार में प्रतिदिन करीब तीन लाख लोगों के आने की उम्मीद है. इसको लेकर आयोजन समिति ने सभी जरूरी तैयारियां शुरू कर दी है.
धीरेंद्र शास्त्री ने एक वीडियो भी पोस्ट किया है. जिसमें जनता को संदेश देते हुए भोजपुरी में कार्यक्रम की जानकारी दी है. उन्होंने भोजपुरी भाषा में कहा- “का बात बा हो रउआ, सब ठीक बानी, जुग जुग जिया… अमर होई जाईं… गोर लागीं.” धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि बड़ा आनंद आयेगा. हम बिहार आ रहे हैं.
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आयोजन समिति के सचिव राजशेखर ने बताया कि प्रशासन से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम को अनुमति मिल गयी है. प्रतिदिन अपराह्न 4 से 7 बजे तक हनुमत कथा, उसके बाद भजन संध्या फिर गुरु जी का वार्तालाप होगा. 15 मई को दिव्य दरबार होगा. जिसमें गुरु जी द्वारा पर्चा निकालने वाला कार्यक्रम होगा. इस कार्यक्रम में भाग लेने या लंगर में प्रसाद खाने के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा. यह बिल्कुल निशुल्क व्यवस्था रहेगा. इस कार्यक्रम के लिए तीन लाख वर्गफीट में पंडाल का निर्माण कराया जायेगा.