10 दिन में सात डिग्री बढ़ा पटना का तापमान, बदली लोगों की दिनचर्या, जानिए इस मौसम में कैसे रखें अपना ख्याल
लगातार गर्मी बढ़ने के कारण लोगों की दिनचर्या बदल गयी है. खाने-पीने से लेकर पहनावे तक में बदलाव देखा जा रहा है. दिन में निकल रही चिलचिलाती धूप और गर्म हवाएं लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दे रही हैं. खासकर इससे स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों को परेशानी हो रही है.
पटना में गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को पटना का पारा 39.2 डिग्री दर्ज किया गया है. यह सामान्य से दो डिग्री अधिक है. न्यूनतम तापमान भी 21 डिग्री सेल्सियस रहा है. वहीं भारतीय मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक पटना में अब तेजी से गर्मी बढ़ेगी. गर्म हवा और तेज धूप के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. तापमान में बढ़ोतरी होने के कारण दोपहर में पटना की सड़कें सूनी रह रही हैं. बुधवार को पटना का तापमान 40 डिग्री के पार होने की संभावना है. प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री की बढ़ोतरी होगी. यह 22 डिग्री सेल्सियस होने का अनुमान है. वहीं 13 अप्रैल और 14 अप्रैल को न्यूनतम तापमान 23 डिग्री और अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. वहीं 16 और 17 अप्रैल को न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की कमी आयेगी वहीं अधिकतम तापमान एक डिग्री बढ़ेगा. इन दोनों दिन न्यूनतम तापमान 22 और अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहेगा.
देसी पेय से लेकर ब्रांडेड पेय पदार्थ, फल व जूस की बढ़ी डिमांड
जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है. शहर में कोल्ड ड्रिंक्स, मैंगो शेक, लस्सी, नारियल पानी, नेचुरल ड्रिंक्स और गन्ना रस व सत्तू की डिमांड बढ़ती जा रही है. पटना के प्रमुख लस्सी विक्रेताओं की मानें तो यहां एक दिन में करीब आठ से दस हजार गिलास लस्सी बिक रही है. वहीं सुधा डेयरी की लस्सी लगभग हर दिन दो लाख पैकेट से अधिक की बिक्री हो रही है. सुधा डेयरी के प्रबंध निदेशक श्री नारायण ठाकुर ने बताया कि पटना में मांग इतनी है कि इसकी सप्लाइ के लिए बरौनी, आरा, मुजफ्फरपुर प्लांट से लस्सी मंगाना पड़ रहा है. आने वाले दिनों में लस्सी की मांग तीन लाख पैकेट हो जायेगी.
लस्सी की सप्लाई के लिए बनी है विशेष टीम
पटना और आसपास इलाके में गर्मी के मौसम में कोल्ड ड्रिंक्स का कारोबार लगभग 600 करोड़ का होता है. कोका-कोला कारोबार से जुड़े नितिश खेतान ने बताया कि पटना में हर दिन 30 -35 ट्रक कोल्ड ड्रिंक्स की सप्लाई होती है. इसके अलाव अन्य जिले में पटना में कोल्ड ड्रिंक्स की सप्लाइ होती है. इसके अलावा पेप्सी कंपनी का भी कोल्ड ड्रिंक्स का उत्पाद बाजार में उपलब्ध है.
इम्युनिटी बूस्टर ड्रिंक के रूप में पी रहे नारियल पानी
शहर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में नारियल पानी की बिक्री होती है. इस वक्त एक नारियल पानी 40-60 रुपये तक बेचे जा रहे हैं. इम्यूनिटी बूस्ट के लिए लोग नारियल पानी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
गन्ने के रस और फलों के जूस की भी बढ़ी मांग
अब तो सालों भर राजधानी की सड़कों पर गन्ने का रस मिलता है, लेकिन गर्मियों में अचानक इसकी मांग बढ़ जाती है. वर्तमान में राजधानी के विभिन्न चौक-चौराहों पर दौ सौ से अधिक गन्ना रस के कारोबार से लोग जुड़े हैं. एक बड़े ग्लास की कीमत 20 रुपये है.
गर्मी में इन पांच बातों का रखें ध्यान
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पानी ज्यादा पिएं : डायरिया, कॉन्स्टिपेशन और एसिडिटी की समस्याओं से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी, नींबू पानी, जूस और नारियल पानी पिएं.
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बाहर का तला-भुना कम खाएं : बाहर का तला-भुना और खुले में बनाया जा रहा कोई भी खाना खाने से बचें. इस मौसम में दूषित खाने या पानी से बीमारी होने का खतरा ज्यादा रहता है.
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खाने में नमक कम खाएं: नमक ज्यादा खाना हमेशा ही नुकसानदायक है. गर्मी के मौसम में नमक पर कंट्रोल करना चाहिए. सामान्य मात्रा में नमक खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
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लिक्विड डाइट लें: जितना ज्यादा हो सके लिक्विड डाइट लें. जैसे डाभ, नींबू पानी, लस्सी, मैंगो शेक, सत्तू, बेल का शरबत आदि. यहां भी वही रूल है, यह सब ज्यादा ठंडा न हो न ही इनमें बर्फ मिला हो.
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सलाद की मात्रा हो ज्यादा : गर्मी के मौसम में दिन की शुरुआत मीठे और रसीले फल से करना अच्छा रहेगा. तरबूज, खरबूजा या संतरा सुबह नाश्ते में ले सकते हैं. दोपहर के खाने में प्याज और खीरा सलाद के तौर पर जरूर खाएं. इससे पाचन संबंधी परेशानियां दूर होगी. बॉडी टेंपरेचर भी कंट्रोल में रहेगा.
हेल्थ को इस तरह से प्रभावित करता है अधिक गर्मी
न्यू गार्डिनर अस्पताल के डॉ मनोज कुमार सिन्हा कहते हैं गर्मी ही नहीं, हम हर बदलते मौसम में आप बीमार पड़ सकते हैं. मौसम में होने वाले बदलाव की वजह से इंसान की इम्यूनिटी घट जाती है. इस वजह से शरीर में कीटाणु और बैक्टीरिया आसानी से आ जाते हैं. यही आपको बीमार कर देते हैं. इसलिए सलाह यह है कि मौसम के बदलाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए. गर्मी का कनेक्शन तेज धूप, उमस, धूल भरी हवा और संक्रमण से है. इस मौसम में शरीर में पानी की कमी के साथ, टाइफाइड, फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारियां होती हैं. इसके साथ स्किन रिलेटेड बीमारियां जैसे– घमौरी, फंगल इन्फेक्शन की प्रॉब्लम भी होती है. इन सबसे बचने के लिए खाने-पीने और रहने के दौरान कई तरह की सावधानी बरती चाहिए. जैसे– इस मौसम में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा लिक्विड और ठंडी तासीर वाले डाइट लेना चाहिए. गन्ने के जूस में बर्फ डालकर पीना इस मौसम में खतरनाक हो सकता है. इसमें हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए
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लो-ब्लड प्रेशर के साथ पेट की समस्या
गर्मी के दिनों में अक्सर लोगों में लो-ब्लड प्रेशर के साथ पेट की समस्या देखने को मिलती है. तेज गर्मी के कारण शरीर से पसीने के रूप में अधिक मात्रा में तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स निकल जाते हैं. इनकी कमी के कारण ब्लड प्रेशर कम होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे बचे रहने के लिए तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन करें.
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आंखों की समस्या
तेज धूप और गर्मी के कारण आंखों में जलन, सूखापन, खुजली, लालिमा और दर्द जैसी समस्याओं का होना काफी सामान्य है. सूरज की किरणों से निकलने वाले यूवी रेज के अधिक संपर्क में रहने के कारण कॉर्निया से संबंधित दिक्कतों का जोखिम भी बढ़ जाता है.
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हृदय पर असर
शरीर का तापमान बढ़ने की स्थिति में दिल तेजी से धड़कने लगता है. हृदय गति की इस अनियमितता के कई गंभीर प्रभाव हो सकते हैं. लगातार तापमान बढ़े रहने के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने या कम होने का भी जोखिम हो सकता है, जिससे हृदय संबंधी रोगों का खतरा बढ़ जाता है.
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सनबर्न की समस्या
गर्मी का असर सीधा आपके चेहरे पर पड़ता है. ऐसे में धूप में निकलने से अक्सर लोगों को सनबर्न और टैनिंग की समस्या होने लगती है. इससे बचने के लिए आप सन प्रोटेक्शन क्रीम या कई घरेलू नुस्खे का प्रयोग कर सकती हैं.
इस तरह बढ़ा पटना का तापमान
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तिथि- अधिकतम- न्यूनतम
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एक अप्रैल-32-19
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दो अप्रैल-33-19
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तीन अप्रैल-36-19
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चार अप्रैल-38-20
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पांच अप्रैल-36-21
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छह अप्रैल-38-19
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सात अप्रैल-38-21
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आठ अप्रैल-38-22
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नौ अप्रैल-39-24
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10 अप्रैल-39-24