सीवान. केंद्र सरकार द्वारा आम बजट में देश भर में एनएच की लंबाई 25 हजार किलोमीटर तक बढ़ाने की घोषणा के बाद जिले से होकर गुजरने वाले राम-जानकी पथ एनएच-227-ए का भाग्य खुल गया है. अधिग्रहण कार्य पूरा कर चुके सीवान-मशरख लेन का टेंडर शीघ्र होने की संभावना बढ़ गई है. वैसे इस बार के बजट में एनएच की लंबाई बढ़ाए जाने का प्रभाव अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम जानकी पथ के निर्माण पर पड़ेगा और पूरे पथ का टेंडर हो जाएगा.
पहले चरण में सीवान से मशरख तक के 51.85 किलोमीटर स्ट्रेच का टेंडर होगा. क्योंकि इस स्ट्रेच पर जमीन सड़क एलायनमेंट समेत जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है. प्राप्त जानकारी के लिए 51.85 किमी के लिए 1351 करोड़ रुपये प्रस्तावित है. इस राशि में बढ़ोतरी भी हो सकती है. यह प्रस्तावित है जिसमें कार्य होना है अगर किसी कारणवश कार्य में देरी होती है तो इस राशि में बढ़ोतरी हो सकती है.
बहरहाल सीवान जिले में राम-जानकी पथ एनएच-227-ए की लंबाई 72 किलोमीटर तक है, जो मेहरौना से सीवान और सीवान से बाइस कट्टा तक दो भागों में है. पहले भाग में सीवान से बाइस कट्ठा तक जिला भू अर्जन विभाग द्वारा जमीन अधिग्रहण संबंधी सभी कागजी कार्य पूरा कर लिया गया है, अब केवल मुआवजा वितरण करना है. मुआवजा वितरण के बाद जमीन का अधिग्रहण होगा और टेंडर होने के साथ कार्य प्रारंभ हो जाएगा.
जिले की सीमा में प्रवेश द्वार मेहरौना से सीवान वाया गुठनी-मैरवा गोपालगंज मोड़ तक के लिए एनएच के लिए एलायनमेंट फिक्स का कार्य लगभग पूरा हो गया है. जबकि इसके तहत आने वाले भूमि का सर्वेक्षण जारी है. सर्वे कार्य पूरा होने के बाद जमीन मालिकों की सूची बनेगी और उन्हें नोटिस भेजा जाएगा. हालांकि जिले के इस प्रवेश द्वार वाले स्ट्रेच पर कार्य देरी से प्रारंभ होगा.
टेंडर इसी साल होने की पूरी संभावना है. मेहरौना से सीवान के छोटपुर के पास 36 किलोमीटर की लंबाई में राम जानकी पथ होगा जो एनएच-531 में विलय होगा. वहां से वैशाखी तक रामजानकी पथ ही कहा जाएगा. फिर वैशाखी से बाइसकट्ठा तक सीवान जिले के अंदर राम जानकी पथ की सीमा होगी.