मुजफ्फरपुर: देश के दूसरे राज्यों में कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में बेहतर करने वाले उद्योगपति अपने शहर मुजफ्फरपुर में उद्योग शुरू करेंगे. इसको लेकर उद्योग विभाग की ओर से कवायद शुरू हो गयी है. खास कर सूरत में शहर से जुड़े 25 उद्योगपतियों का मिल है.
बाहरी निवेशकों के दौरा के साथ विभाग की टीम भी खुद दूसरे राज्यों में पहुंच कर बिहार में उद्योग को बढ़ावा देने के लिये काम कर रही है. इसी कड़ी में उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित के नेतृत्व में निवेश प्रोत्साहन की टीम ने गुजरात के सूरत शहर का दौरा किया है. जहां वे बिहार के उद्योगपतियों से मिल कर बिहार में अपनी इकाइयां शुरू करने के लिये आमंत्रित किया है.
उम्मीद जतायी जा रही है कि बहुत जल्द इसके सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे. इसको लेकर उद्योगपतियों ने बेहतर फीडबैक दिया है. बता दें कि शहर में सुतापट्टी उत्तर बिहार का सबसे बड़ा कपड़ा का मंडी है. जहां फिलहाल दूसरे राज्यों से कपड़ा ला कर थोक के साथ खुदरा व्यापार किया जाता है. अपने शहर में नये कपड़ा उद्योग के शुरू होने से आर्थिक विकास के साथ रोजगार व कई क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी.
शहर के सुतापट्टी में प्रतिदिन कपड़े के कारोबार में 150 से 200 करोड़ का टर्न ओवर है. लोकल स्तर पर शुरू होने पर कपड़ा का उत्पादन सस्ता होगा. इससे कारोबार में भी उछाल आयेगा. खास कर मजदूरी भी सस्ता होगा. दूसरी ओर दूसरे राज्यों से अभी माल लाने में भाड़े पर जो खर्च आता है, उसकी बचत होगी.
इसके साथ ही सबसे अधिक लोगों का रोजगार डेवलप होगा. कपड़े से जुड़ी अलग-अलग यूनिट काम करेगी. औसतन एक कपड़ा की यूनिट में 250 से 300 लोग काम करते है. बता दें कि पिछले सप्ताह दिल्ली के निवेशकों ने भी बियाडा क्षेत्र का भ्रमण किया है. जहां टेक्सटाइल व लेदर उद्योग को लेकर जगह के साथ परिवहन की स्थिति का जायजा लिया है.
बिहार के कई उद्योगपति गुजरात, खासकर कपड़ा इकाइयां चला रहे है. उद्योग विभाग के निदेशक व और निवेश प्रोत्साहन टीम ने सूरत का दौरा किया है. वहां उद्योगपतियों को बिहार में अपनी इकाइयां शुरू करने के लिये आमंत्रित किया है– संदीप पौंड्रिक, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव