”ठाकुर के कुआं” के कविता पाठ पर मनोज झा पर हमलावर जदयू और भाजपा के ठाकुर नेता, बचाव में आये शिवानंद
सांसद मनोज झा पर बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन आग बबूला हैं. उन्होंने मनोज झा के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग कर उन्हें आड़े हाथों लिया. इस विवाद में भाजपा भी कूद गयी है. उसने इस विवाद के पीछे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जिम्मेदार मानते हुए उनका और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का पुतला फूंक दिया.
पटना. महिला आरक्षण विधेयक पर बहस के दौरान राजद सांसद मनोज झा की तरफ से संसद में ” ठाकुर का कुआं” कविता के कुछ अंशों का पाठ करने के सात दिन बाद सियासी पारा चरम पर है. खासतौर पर सांसद मनोज झा पर बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन आग बबूला हैं. उन्होंने मनोज झा के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग कर उन्हें आड़े हाथों लिया. इस विवाद में भाजपा भी कूद गयी है. उसने इस विवाद के पीछे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जिम्मेदार मानते हुए उनका और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का पुतला फूंक दिया. यही नहीं भाजपा विधायक नीरज बबलू ने भी मनोज झा के खिलाफ आक्रामक शब्दावली का इस्तेमाल किया. हालांकि, राजद नेताओं ने सांसद मनोज झा का बचाव किया है.
संजय सिंह ने किया सबसे बड़ा हमला
बांका में एक सभा को संबोधित करते हुए जदयू एमएलसी संजय सिंह ने बुधवार को मनोज झा पर सबसे बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज के लोग सोए हुए शेर हैं. हम लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुयायी हैं. सभी जाति- धर्म को लेकर चलने वाले लोग हैं, लेकिन जहां अस्मिता का सवाल होगा वहां डटकर आवाज भी उठायेंगे. जमकर विरोध भी करेंगे. किसी को भी हक नहीं है कि उनके समाज के बारे में कोई अपशब्द कहे. उन्होंने कहा कि मनोज झा ने अपने बयान के जरिये समाज को तोड़ने का प्रयास किया है.
सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग
संजय सिंह साफ किया कि सबसे ज्यादा क्षत्रिय समाज ही ब्राह्मण समाज को सम्मान देता रहा है. ऐसे में मनोज झा को अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. राजद को इस मामले में संज्ञान लेते हुए स्पष्टीकरण मांगना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘ठाकुर आग है, कोई ऐसा दमकल नहीं बना जो इसे बुझा पाये, लगता है….हमने भी चूड़ियां नहीं पहन रखीं. इससे पहले पूर्व सांसद आनंद मोहन ने मीडिया में चर्चा के दौरान कहा है कि वह संसद में होते तो उनकी जीभ खींच लेते और आसन की ओर उछाल देते कहा कि आप अगर इतने ही बड़े समाजवादी हो तो झा क्यों लगाते हो?
भाजपा ने तेजस्वी यादव का पुतला फूंका
इधर संसद के विशेष सत्र में एक कविता के जरिए एक समाज वर्ग को अपमानित करने के विरोध में भाजपा ने बुधवार को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला फूंका. भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता एक जुलूस की शक्ल में प्रदेश कार्यालय से निकलकर आयकर गोलंबर पहुंचे. इस मौके पर पूर्व मंत्री और विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि राजद की शुरू से रणनीति समाज, जाति को बांटने को रही है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद एक बार फिर उसी रणनीति को लेकर चाल चली है. उन्होंने कहा कि पहले संसद में अपने सांसद मनोज झा के जरिए एक समाज को अपमानित करवाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे किसी भी समाज तोड़ने वाले बयान की निंदा करता है.इसमें भाजपा के तमाम नेता मौजूद रहे.
शिवानंद ने मनोज के बयान को बताया उचित
इधर राजद और समाजवादी नेता शिवानंद ने कहा कि इस मामले में राजपूत और ब्राह्मणों की बात कहां से आ गयी? जिस कविता का मनोज झा ने पाठ किया है. उसका में भी प्रशंसक हूं. जो लोग उनका विरोध कर रहे हैं, वे गलत हैं. झा का विरोध बेकार की बातें हैं.अगर उनके बयान में कोई बात जाति विरेधी होती तो पार्टी भी उसे संज्ञान में लेती ,लेकिन उनके बयान में आपत्तिजनक कुछ भी नहीं है. मनोज झा के समर्थन में राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह ने भी बयान दिया है.