बागमती नदी ने लिया रौद्र रूप, अब दरभंगा के पूर्वी भाग में फैलने लगा पानी
बागमती नदी ने रौद्र रूप धारण कर रखा है. नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. तेजी से शहर के मोहल्लों को अपनी चपेट में नदी का पानी लेता जा रहा है. पश्चिमी भाग को डुबोने के साथ अब बाढ़ का पानी तेजी से पूर्वी भाग के मोहल्लों में फैलने लगा है.
दरभंगा. शहर से गुजर रही बागमती नदी ने रौद्र रूप धारण कर रखा है. नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. तेजी से शहर के मोहल्लों को अपनी चपेट में नदी का पानी लेता जा रहा है. पश्चिमी भाग को डुबोने के साथ अब बाढ़ का पानी तेजी से पूर्वी भाग के मोहल्लों में फैलने लगा है.
रिहायशी इलाके की ओर से तेजी से बढ़ रहे पानी से लोगों की परेशानी के साथ चिंता बढ़ने लगी है. 24 घंटे में नदी के जलस्तर में करीब एक फीट की वृद्धि दर्ज की गयी है. पश्चिमी भाग के गाछी, खेत-खलिहान लबालब हो चुके हैं. अब पश्चिम दिशा से मोहल्ले की ओर पानी तेजी से बढ़ने रहा है. सिमरा-नेहालपुर सड़क बाढ़ के पानी में ध्वस्त हो गयी है. इससे आवागमन ठप हो गया है.
समस्तीपुर जिले से गुजरने वाली प्रमुख नदियां एक फिर रौद्र रूप धारण कर ली है़ं बागमती का जलस्तर 2021 के उच्चतम स्तर पर चला गया है़ हायाघाट में खतरे के निशान से 1 मीटर 46 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है़ बागमती के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की स्थिति बिगड़ गयी है़
समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 75 सेमी ऊपर है.समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 29 सेमी बढ़ा है. वहीं रोसड़ा में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 24 सेंटीमीटर बढ़ा है.
चकसिकंदर में दस फुट में टूटा नून का तटबंध
मोरवा की चकसिकंदर पंचायत में गुरुवार की सुबह फिर दस फुट से अधिक चौड़ाई में नून नदी का तटबंध टूट गया. दो दिन पूर्व नदी का तटबंध पलट जाने से बाढ़ का पानी चकसिकंदर सहित अन्य पंचायतों में फैल रहा था.