IGIMS के इमरजेंसी समेत अन्य प्रमुख वार्ड में बेड फुल, इलाज के लिए करना पड़ रहा है 10 घंटे तक इंतजार
शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में मरीजों का लोड बढ़ने के कारण अस्पताल की इमरजेंसी समेत अन्य प्रमुख वार्ड अक्सर फुल रहने लगे हैं.
पटना . शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में मरीजों का लोड बढ़ने के कारण अस्पताल की इमरजेंसी समेत अन्य प्रमुख वार्ड अक्सर फुल रहने लगे हैं.
स्थिति यह है कि बेड फुल होने पर इमरजेंसी ओपीडी में आये मरीजों को इलाज के लिए आठ से 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है.
आइजीआइएमएस में एचडीयू में 18, रेड जोन में 23 समेत सभी इमरजेंसी वार्ड मिला कर करीब 100 बेड हैं, जो पिछले कई महीनों से फुल चल रहे हैं. ऐसे में बेड पर भर्ती होने से लेकर इलाज कराने में मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.
रोजाना 50 से अधिक मरीज आते हैं रेफर होकर
शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस आदि संस्थानों में प्राइवेट अस्पतालों से रोजाना 50 से अधिक मरीज रेफर किये जाते हैं. ऐसे में इमरजेंसी एरिया अमूमन फुल रहता है.
वहीं, इमरजेंसी ओपीडी में इलाज के बाद भर्ती होने वाले मरीजों की कोविड रिपोर्ट आने तक उन्हें वार्ड एक वार्ड से दूसरे वार्ड में शिफ्ट नहीं किया जाता है. यह रिपोर्ट छह से आठ घंटे में आती है, जिसके बाद ही मरीजों को संबंधित वार्ड भेजा जाता है.
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में दूसरे अस्पतालों का लोड ज्यादा है.
Posted by Ashish Jha