हाइकोर्ट के निर्देश के बाद बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड का हुआ गठन, अखिलेश बने अध्यक्ष

राज्य सरकार ने सोमवार को हाइकोर्ट में एक शपथपत्र दायर कर यह जानकारी दी. कोर्ट को बताया गया कि मार्च, 2016 से विघटित बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन कर लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2021 10:40 AM

पटना. राज्य सरकार ने धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन कर दिया है. राज्य के पूर्व विधि सचिव अखिलेश कुमार जैन इसके अध्यक्ष बनाये गये हैं, जबकि विधायक हरिभूषण ठाकुर, पूर्व मंत्री नीरज कुमार, ललित नाराण मिथिला विवि के संस्कृत विभागाध्यक्ष कालिका दत्त झा को सदस्य बनाया गया है.

इसके अलावा बड़ी पटन देवी के पुजारी विजय गिरि, महंत बगही मठ सीतामढ़ी के शुकदेव दास, विष्णुपद मंदिर गया के चंदन कुमार सिंह, पूर्व एमएलसी डाॅ रणवीर नंदन, विधायक रत्नेश सदा और पटना हाइकोर्ट के सीनियर वकील गणपति त्रिवेदी को भी सदस्य मनोनीत किया गया है.

राज्य सरकार ने सोमवार को हाइकोर्ट में एक शपथपत्र दायर कर यह जानकारी दी. कोर्ट को बताया गया कि मार्च, 2016 से विघटित बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन कर लिया गया है.

यह जानकारी गया के विष्णुपद मंदिर के संबंध में दायर की गयी लोकहित याचिका की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश संजय करोल व न्यायाधीश राजीव रंजन प्रसाद के खंडपीठ के समक्ष दी गयी.

गौरव कुमार सिंह द्वारा दायर लोकहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने राज्य सरकार को कहा था कि हर हाल में धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन कर लिया जाये. हाइकोर्ट के सख्त निर्देश के बाद ही बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन करते हुए अध्यक्ष एवं सदस्य समेत सभी पदों पर नियुक्ति कर दी गयी है.

कोर्ट को बताया गया कि राज्यपाल ने बिहार हिंदू धार्मिक न्यास अधिनियम 1950 की धारा 8(1) (4) के तहत दी हुई शक्तियों का प्रयोग करते हुए 10 सदस्यीय राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन दो जनवरी को कर दिया है और इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.

गौरतलब है कि न्यास बोर्ड राज्य के सभी सार्वजनिक हिंदू धार्मिक न्यास का प्रबंधन व देखरेख करता है. अगली सुनवाई 19 जनवरी को होगी. यह याचिका गया के विष्णुपद मंदिर की दयनीय स्थिति को सुधारने और वहां के पंडा समाज को उचित प्रतिनिधित्व देने के लिए दायर की गयी है.

ये बने सदस्य

1. विधायक हरिभूषण ठाकुर

2. पूर्व मंत्री नीरज कुमार

3. ललित नाराण मिथिला विवि के संस्कृत विभागाध्यक्ष कालिका दत्त झा

4. बड़ी पटन देवी के पुजारी विजय गिरि

5. महंत बगही मठ सीतामढ़ी के शुकदेव दास

6. विष्णुपद मंदिर गया के चंदन कु सिंह

7. पूर्व एमएलसी डाॅ रणवीर नंदन

8. विधायक रत्नेश सदा और पटना हाइकोर्ट के सीनियर वकील गणपति त्रिवेदी

Posted by Ashish Jha

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