सहरसा के एडीएम के बेटे का शव पटना में बरामद, पिता बोले- हत्या हुई है
सहरसा के एडीएम सह डीपीजीआरओ (जिला लोक शिकायत निवारण अधिकारी) पुरुषोत्तम पासवान के 30 वर्षीय बेटे दीपक कुमार का शव बुधवार की शाम दीघा के जनार्दन घाट के पास शमशान घाट से बरामद किया गया.
पटना . सहरसा के एडीएम सह डीपीजीआरओ (जिला लोक शिकायत निवारण अधिकारी) पुरुषोत्तम पासवान के 30 वर्षीय बेटे दीपक कुमार का शव बुधवार की शाम दीघा के जनार्दन घाट के पास शमशान घाट से बरामद किया गया.
पिता पुरुषोत्तम पासवान ने कहा कि दीपक की हत्या हुई है. उन्होंने पुलिस से कार्रवाई करने का आग्रह किया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इधर पुलिस का कहना है कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी.
पुरुषोत्तम पासवान ने बताया किबेटा दीपक मंगलवार को शाम छह बजे घर से दीघा घाट जाने के लिए निकला था. इसके बाद वह वापस नहीं आया. जब उसकी खोजबीन की गयी, तो उसकी स्कूटी घाट के पास मिली. इसके बाद कुछ लोगों ने बताया कि उसका किसी से विवाद भी घाट पर हुआ था और उनलोगों ने घटना को अंजाम दिया है.
उन्होंने कहा कि उनके बेटे की हत्या की गयी है. उनके बेटे के शव से कपड़े को हटा दिया गया, ताकि आत्महत्या जैसा दिखे. उन्होंने कहा कि चोट के निशान से स्पष्ट है कि हत्या की गयी है. लेकिन अभी तक हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं की गयी है. सही जख्म प्रतिवेदन भी दीघा पुलिस ने इंक्वेस्ट में अंकित नहीं किया है. उन्होंने मेडिकल बोर्ड का गठन कर शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की है.
मंगलवार की शाम छह बजे निकला था घर से
जानकारी के अनुसार एडीएम पुरुषोत्तम पासवान का घर बुद्धा कॉलोनी थाने की नागेश्वर कॉलोनी में है. उसने मंगलवार को परिवार को यह बताकर स्कूटी से निकला कि वह दीघा घाट जा रहा है. उसके नहीं लौटने पर परिजनों ने मंगलवार की शाम से खोजबीन शुरू कर दी, तो जनार्दन घाट से थोड़ा आगे स्कूटी मिल गयी. लेकिन दीपक नहीं मिला. इसके बाद परिजनों ने बुद्धा कॉलोनी थाना पुलिस के साथ ही दीघा पुलिस को जानकारी दी.
इसी बीच पुलिस ने जब जांच की तो यह स्पष्ट हो गया कि दीपक गंगा नदी में डूब गया है. इसके बाद बुधवार को गोताखोरों की टीम ने गंगा नदी में खोजबीन शुरू कर दी और उसके शव को बरामद कर लिया गया. दीघा थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि युवक की मानसिक स्थिति थोड़ी ठीक नहीं थी. यह किन परिस्थितियों में हुआ, इस बिंदु पर जांच जारी है.
Posted by Ashish Jha