फेरे के अगले दिन ही हो गयी दूल्हे की मौत
जिंदगी के हर मोड़ पर साथ जिने और मरने की कसमें खाने वाला उसका पति हमेशा-हमेशा के लिये साथ छोड़ दिया
गया. बिहार के गया जिले के थाना क्षेत्र के मोहब्बतपुर गांव के रहनेवाले युवक गुलाम सरवर की सड़क हादसे में मौत हो गयी. युवक की शादी अभी दो दिन पहले ही हुई थी. युवक की शादी 18 मार्च को डोभी के नेहुटा गांव में हुई थी. अभी दूल्हन के हाथों में लगी मेहंदी फीके भी नहीं पड़े थे, कि शादी के दूसरे दिन ही जिंदगी के हर मोड़ पर साथ जिने और मरने की कसमें खाने वाला उसका पति हमेशा-हमेशा के लिये साथ छोड़ दिया, ऐसा नसीब कभी सोचा भी नहीं होगा. किस्मत भी न जाने कैसे-कैसे खेल खेलती है. अपने पति की सड़क दुर्घना में हुई मौत की खबर सुनकर अचानक वह बेहोश हो गयी.
युवक की मौत की खबर जब गांव में पहुंची तो पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. मृतक दावत में अपने ससुराल नेहुटा गया था, जहां से बाइक से घर वापस लौटने के दौरान जीटी रोड स्थित नेहुटा मोड़ के पास अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आ गया. हेलमेट नहीं पहने रहने के कारण सिर में गंभीर चोट आयी. आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से जख्मी सरवर को अनुमंडलीय अस्पताल शेरघाटी लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शेरघाटी एसएचओ सह प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी सागर कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिये मगध मेडिकल अस्पताल भेजा गया.
18 को हुई थी शादी, रिसेप्शन की चल रही थी तैयारी
शुक्रवार को रिसेप्शन की तैयारी सरवर के गांव मोहब्बतपुर में चल रही थी. घर में रिश्तेदार और मित्रों का आगमन था. चारों ओर खुशी का माहौल था. रिसेप्शन की तैयारी के लिये टेंट आदि लगाये जा रहे थे. सरवर के ससुराल में गुरुवार को एक शादी थी, जिसकी दावत में वह शरीक होकर अपने घर वापस लौट रहा था. अपनी नयी नवेली पत्नी से एक घंटे में लौट जाने का करार करके गया था. लेकिन, कौन जानता था था कि सरवर अब जीवित वापस लौट कर घर नहीं आयेगा. बड़े अरमान लिये वह अपनी नयी नवेली पत्नी से इजाजत लेकर ससुराल के लिये निकला था. कहा था कि मै जल्द ही वापस आउंगा. सरवर तो नहीं आया, लेकिन उसकी रूखसत होने की खबर आ गयी और चारों ओर जहां खुशी का माहौल था. वहां गम का बादल भर गया परिजनों के रोने-चिल्लाने से गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. सरवर के चचेरे भाई सद्दाम ने बताया कि जब टेंट उखड़ने लगा तो लोग समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर क्या हुआ. लेकिन कुछ ही समय में सरवर के दुनिया में नहीं रहने की खबर से गांव में मायूसी छायी हुई है.