विदेशों में भी खुलेगा बिहार के इस यूनिवर्सिटी का कैंपस, कई विदेशी संस्थाओं के साथ अभी भी हो रहा सहयोग

चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना (सीआइएमपी) ने गुरुवार को अपना 13वां स्थापना दिवस मनाया. इस अवसर पर सीआइएमपी के निदेशक डॉ वी मुकुंद दास ने कहा कि मैं जाने से पहले, इस संस्थान को प्रबंधन शिक्षा के वैश्विक परिदृश्य पर देखना चाहता हूं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2021 12:15 PM

पटना. चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना (सीआइएमपी) ने गुरुवार को अपना 13वां स्थापना दिवस मनाया. इस अवसर पर सीआइएमपी के निदेशक डॉ वी मुकुंद दास ने कहा कि मैं जाने से पहले, इस संस्थान को प्रबंधन शिक्षा के वैश्विक परिदृश्य पर देखना चाहता हूं.

हम उद्देश्य के साथ काम कर रहे हैं और पहले से ही कई प्रतिष्ठित बी-स्कूलों जैसे लंकाशायर बिजनेस स्कूल (यूके), साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय (यूके), स्टॉकहोम बिजनेस स्कूल (स्वीडन), लेह विश्वविद्यालय के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग कर रहे हैं. एगडे बिजनेस स्कूल (मेक्सिको) के साथ भी मिल कर काम हो रहा है.

विदेश में कैंपस खोलने की तैयारी

वहीं, अगर सब कुछ ठीक रहा, तो हमारे पास निकट भविष्य में मॉरीशस, सूरीनाम और फिजी में एक परिसर भी हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें बिहार के लोगों से भावनात्मक लगाव हो गया है. उन्होंने कहा कि जब तक वे जीवित हैं, बिहार के लिए काम करते रहेंगे.

रिसर्च सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के 11 केंद्र स्थापित : डॉ दास ने बताया कि सीआइएमपी में हमने रिसर्च सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के 11 केंद्र स्थापित किये हैं. इस छोटी-सी अवधि में हमारे पास छह पुस्तक प्रकाशन, एक व्यक्ति द्वारा 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेना और 150 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय जर्नल प्रकाशन शामिल हैं.

सीआइएमपी ने अब तक 160 प्रबंधन विकास कार्यक्रम किये हैं. सात हजार से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों और कॉर्पोरेट पेशेवरों को प्रशिक्षित किया है.

300 से अधिक डीएसपी सहित, डीएफआइडी (यूके), यूनिसेफ और द वर्ल्ड बैंक सहित विभिन्न संगठनों के लगभग 130 परियोजनाओं के लिए परामर्श सेवाएं प्रदान कर चुका है.

Posted by Ashish Jha

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