पटना. गंगा का जलस्तर घटने से गांधी सेतु के पूर्वी लेन के सुपरस्ट्रक्चर का निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो गया है. साथ ही गंगा किनारे स्थित पिलरों पर डेक स्लैब के निर्माण की गति भी पहले से बढ़ी है. कई जगह स्टील ट्रश को चढ़ाने का काम पूरा हो चुका है जबकि कई जगह तेजी से काम हो रहा है. कुछ जगह डेक स्लैब को ढाला भी जा चुका है. यदि इसी गति से निर्माण कार्य जारी रहा तो इसे जून 2022 की घोषित तिथि से पहले ही पूरा कर लिया जायेगा.
गंगा नदी के भीतर गांधी सेतु के छह पिलर (पिलर संख्या 39 से 45 तक) स्थित हैं. इन पर कैंटलीवर तकनीक से पुल बनाया जा रहा हैं. इसके अंतर्गत सेतु के दोनों ओर से नदी के भीतर स्थित पिलरों पर स्टील ट्रश को बिछाने ओर डेक स्लैब बनाने का काम हो रहा है.
इसके अंतर्गत इन दिनों पिलर संख्या 38 से 39 और 45 से 44 की आेर काम हो रहा है. पिलर संख्या 40 से 44 तक जेटी और बार्ज की मदद से स्टील ट्रश के इरेक्शन का काम शुरू किया गया है.
गांधी सेतु के 46 में से छह पिलरों पर स्टील ट्रश इरेक्शन के बाद डेक स्लैब को ढालने का काम भी पूरा हो चुका है. इनमें पिलर संख्या एक से चार तक और 27 से 30 तक शामिल है.
13 पिलरों पर स्टील इरेक्शन का काम पूरा हो गया है और सुपर स्ट्रक्चर का पूरा स्टील फ्रेम तैयार हाे चुका है. इनमें पिलर संख्या पांच से नौ, 31 से 38 और 44 से 46 तक शामिल हैं. बाकी अन्य पिलरों पर स्टील ट्रश इरेक्शन का काम चल रहा है.
Posted by Ashish Jha