पटना. पत्रकार नगर थाने के न्यू चित्रगुप्त नगर में एक स्टेशन मास्टर ने पहले पत्नी का ब्लेड से गला रेत दिया और फिर बालकनी से कूद कर अपनी जान दे दी. मृत स्टेशन मास्टर का नाम अतुल लाल (49 वर्ष) व उनकी मृत पत्नी का नाम तुलिका कुमारी (44 वर्ष) है. घटना ओम रेजिडेंसी अपार्टमेंट के 403 नंबर फ्लैट में हुई. इसके बाद इलाके में सनसनी फैल गयी.
दरअसल, सोमवार की सुबह करीब सात बजे अपार्टमेंट के नीचे बैठे गार्ड ने गेट के पास गिरने की आवाज सुनी. पास पहुंच कर देखा तो अपार्टमेंट में ही रहने वाले व्यक्ति की लाश पड़ी दिखी. जब वह चौथे तल्ले पर बताने गया तो देखा कि कमरे में एक महिला की लाश पड़ी है और उसके बच्चे रो रहे हैं. वह घबरा गया और अपार्टमेंट के अन्य लोगों को जानकारी दी. सूचना मिलते ही पत्रकार नगर व कंकड़बाग की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची.
समस्तीपुर निवासी गार्ड पप्पू सिंह ने बताया कि सुबह करीब छह बजे पति-पत्नी की बीच झगड़ा शुरू हुआ है. झगड़े की आवाज नीचे तक आ रही थी. लेकिन, ऐसा कुछ हो जायेगा, यह नहीं सोचा था. अचानक गेट के पास से आवाज आयी तो देखा कि अतुल लाल का शव गेट पर पड़ा है. गार्ड ने बताया कि अतुल लाल की पत्नी तुलिका कुमारी कोरोना संक्रमित थी. अतुल लाल पटना जंक्शन पर स्टेशन मैनेजर थे. गार्ड ने बताया कि वह पिछले तीन-चार साल से इस अपार्टमेंट में किराये पर रह रहे थे.
जानकारी के अनुसार, किसी बात को लेकर काफी दिनों से पति-पत्नी की बीच लड़ाई हो रही थी. पुलिस के अनुसार यह घटना बेटा-बेटी के सामने हुई है. पुलिस ने बताया कि लड़ाई की आवाज सुन बेटा-बेटी जब रूम में आये तो देखा कि पापा ने मम्मी को बेड पर पटक दिया. इसके बाद पापा मारने के लिए कुछ खोजने लगे. तभी उनके हाथ ब्लेड लगी और गला रेत दिया. इसके बाद वह घबरा गये और बालकनी से छलांग लगा दी.
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के अधिकारी भी पहुंच गये. दानापुर डिविजन के कल्याण निरीक्षक राजेश गुप्ता ने बताया कि अतुल लाल 15-16 साल से नौकरी कर रहे थे. वर्तमान में पटना जंक्शन पर स्टेशन मैनेजर थे. ऐसा क्यों हुआ, इसकी जानकारी नहीं है. अतुल व तुलिका के एक 14 वर्षीय बेटा अर्णव व 16 वर्षीया बेटी रितुल है. रेलवे की ओर से तत्काल 20 हजार रुपये की अनुदान राशि दी गयी है.
मां, उठ न मां… क्या हुआ, क्यों छोड़कर चली गयी, उठ न मां. ये बोल जोर-जोर से दहाड़ मारकर बेटी रितुल रो रही है. इसी बीच अचानक उसके मोबाइल पर किसी का कॉल आया, जिसके बाद वह गुस्सा हो गयी. मोबाइल पर ही वह बोलने लगी कि मेरी मां मर गयी है. मैं भी मर जाऊंगी, लेकिन मैं नहीं जाऊंगी. जैसे आज लोग आये हैं, वैसे कुछ दिन बाद मेरे लिए भी लोग आयेंगे. बेटा अर्णव सदमे में सोफे पर बैठा था.
इसी बीच पुलिस जब लाश का पंचनाम करने पहुंची तो किसी को फोटो खींचता देख बेटी गुस्सा हो गयी. वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी कि क्यों मेरी मम्मी का फोटो खींच रहे हो ? कौन हो तुमलोग? जाओ यहां से तुमलोग. यह सुन थोड़ी देर के लिए पुलिस ने भी अपनी कार्रवाई रोक दी.
ओम रेसिडेंसी अपार्टमेंट में एक नोटिस 8 अप्रैल चिपकाया गया था, जिसमें लिखा गया था कि अपार्टमेंट को सील होने से बचाना होगा. कोई भी बगैर मास्क के अंदर नहीं आयेगा. अपार्टमेंट में चलने वाले कोचिंग को भी बंद किया जाये. अगर अपार्टमेंट सील हुआ तो इसकी सारी जवाबदेही अपार्टमेंट के लोगों की होगी. कोई भी प्रोग्राम होगा तो उसमें सिर्फ 24 से 30 ही लोग शामिल होंगे.
Posted by Ashish Jha