850 करोड़ की लागत से बिहार का पहला खेल अकादमी बनकर तैयार, रोजगार के मिलेंगे मौके
Bihar News: 29 अगस्त, 2024 का दिन बिहार के खेल जगत में क्रांति के लिए जाना जायेगा. खेल दिवस के मौके पर बिहार के राजगीर में राज्य खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. इसके साथ ही बिहार के खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य का द्वार भी खुल जायेगा.
International Sports Complex: 29 अगस्त, 2024 का दिन बिहार के खेल जगत में क्रांति के लिए जाना जायेगा. खेल दिवस के मौके पर बिहार के राजगीर में राज्य खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. इसके साथ ही बिहार के खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य का द्वार भी खुल जायेगा. राजगीर में 90 एकड़ में बने अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्लेक्स कई मायने में देश का एकमात्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स है, जहां एक साथ 24 खेल विधाओं का प्रशिक्षण दिया जायेगा. यहां खिलाड़ियों को एक ही कैंपस में प्रशिक्षण, रहने, मेडिकल सहित सभी सुविधाएं मुहैया करायी जायेंगी.
– 850 करोड़ रुपये की लागत से देश का पहला और अनूठा अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तैयार
प्रकृति और संस्कृति के लिए विश्व विख्यात राजगीर में इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का एक भाग बिहार खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय बनकर तैयार हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 अगस्त को खेल दिवस के मौके पर इसका उद्घाटन करेंगे. सूबे के पहले खेल अकादमी परिसर में ही खेल विश्वविद्यालय बनाया गया है़ यहां इनडोर और आउटडोर दोनों तरह के खेलों का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा ताकि बिहार में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय के खिलाड़ी तैयार हो सकें. खेल अकादमी के आउटडोर में 14 और इनडोर में 10 तरह के खेलों का प्रशिक्षण मिलेगा. पहले चरण में 19 खेलों की ट्रेनिंग मिलेगी. बाद में सभी तरह के खेलों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. यह देश का पहला और अनूठा अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कंपलेक्स है, जहां एक साथ इतने तरह के खेलों का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
बेहद आकर्षक है प्रवेश द्वार
राजगीर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर का प्रवेश द्वार काफी आकर्षक बनाया गया है़ प्रशासनिक भवन, अकादमिक भवन, व्याख्यान कक्ष, आवासीय परिसर, छात्रावास, डाइनिंग हॉल सहित जरूरत के सभी तरह के भवन बनाये गये है़ं शायद ट्रांजिट को प्रशिक्षण देने वाला यह देश का पहला खेल अकादमी है़
ये हैं खासियत
संग्रहालय और पुस्तकालय के लिए अलग-अलग भवन है़ खेल अकादमी में एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है़ उम्दा मेडिकल सुविधा की भी व्यवस्था परिसर में की गयी है़ यहां खिलाड़ियों के लिए 24 बेड का मेडिकल वार्ड भी है़ इनमें 12 पुरुष और वार्ड 12 महिलाओं के लिए हैं. इसके अलावा सीटी स्कैन, एक्स-रे, फिजियोथेरेपी, मसाज, पैथोलॉजी आदि की भी सुविधा हैं. खेल परिसर में दो इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, मेन रिसिविंग स्टेशन, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के अलावा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया गया है़ पदाधिकारियों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों और खिलाड़ियों के पीने के लिए गंगाजल की व्यवस्था की गयी है. 13 मीटर से अधिक ऊंचा एक वाच टावर का निर्माण किया गया है. इस टावर के चारों ओर घड़ी लगेगी. खेल अकादमी में दो डाइनिंग हॉल बनाये गये हैं. अकादमी की बिल्डिंग के डाइनिंग हॉल की क्षमता 90 लोगों की है. इसी तरह हॉस्टल एरिया में 350 लोगों के बैठने की क्षमता वाला दो मंजिला डाइनिंग हॉल बना है. सभी खेल के लिए अलग-अलग मैदान और कोर्ट बनाने गये हैं. सेपक टाकरा की ट्रेनिंग पहली बार राजगीर में दी जायेगी. हॉकी मैदान के चारों ओर हाइ मास्ट लाइट लगायी गयी है, ताकि रात में भी प्रशिक्षण और मैच का आयोजन किया जा सके़
प्वाइंटर
- इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को कल मुख्यमंत्री करेंगे खेल प्रेमियों को समर्पित
- प्रदेश के पहले खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय का होगा उद्घाटन
- शारीरिक फिटनेस के लिए हैं यहां खेल के उत्कृष्ट साधन
- ओलिंपिक मानक के अनुसार बने हैं स्वीमिंग पूल
- पहली बार सेपक टाकरा के खिलाड़ियों को मिलेगी ट्रेनिंग
- 12 अक्तूबर, 2018 को हुआ था शिलान्यास
नौकरी दिलाने में मददगार साबित होगा खेल अकादमी
खेल मानव जीवन का अभिन्न अंग हैं. इसका जीवन के सभी क्षेत्रों में बहुत महत्व है़ खेलों का मन और शरीर दोनों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है़ बिहार खेलों की दुनिया में देश का सबसे खास राज्य बनने वाला है़ इसका श्रीगणेश मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी राजगीर में गुरुवार को होगा़ यह देश का पहला राज्य होगा, जहां एक जगह एक-दो नहीं, बल्कि इनडोर और आउटडोर मिलाकर कुल 24 महत्वपूर्ण खेलों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तराश कर तैयार किया जायेगा, ताकि वे ओलिंपिक जैसी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन कर बिहार का नाम ऊंचा कर सकें. प्रदेश के खिलाड़ियों को यहां न केवल प्रशिक्षण दिया जायेगा, बल्कि उन्हें नौकरी दिलाने में भी यह खेल अकादमी मददगार साबित होगी.
रमणीक सौंदर्य का प्रतीक है राजगीर
रमणीयं आनन्दं राजगृहं, रमणीये वेजुवणे कलन्दक निवाणों अर्थात ”आनन्ददायी राजगीर रमणीय है, और रमणीय है वेणुवन का कलन्दक सरोवर” भगवान बुद्ध के इस कथन को समेटे बौद्ध ग्रंथ दीर्घ निकाय के महापरिनिब्बानसुत्तं में वेणुवन को सार्वभौमिक रूप से रमणीक सौंदर्य का केंद्र बताया गया है. पंच पहाड़ियों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पूरा राजगीर वास्तव में बहुत सुंदर और रमणीय है़ ऐतिहासिक वैभारगिरी पहाड़ी के नजदीक होने के कारण इसका लुक काफी मनोरम लगता है़ यह सुंदर पहाड़ियों, विरासतों और हरे भरे खेतों से घिरा हुआ है़ जलवायु परिवर्तन और गर्म जल के कुंडों व झरनों के लिए मशहूर राजगीर में प्रदूषण मुक्त वातावरण तैयार करने की लगातार कोशिश की जा रही है़ स्वाभाविक रूप से यहां का प्राकृतिक सौंदर्य आकर्षक का केंद्र है़ यहां का वातावरण छात्रों को खेल गतिविधियों में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है़
राज्य खेल अकादमी और विश्वविद्यालय बनने में लगे छह साल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास 12 अक्तूबर, 2018 को किया गया था. इसके निर्माण में छह साल लगे हैं. 90 एकड़ में बन रहे इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण 740 करोड़ रुपये की लागत से होना था, लेकिन अधिक समय लगने के कारण इसकी निर्माण लागत बढ़कर 851 करोड़ रुपये हो गयी है. इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के पूर्ण निर्माण होने तक लागत राशि बढ़कर 1100 करोड़ रुपये हो जायेगी.
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आवासीय भवन
बिहार खेल अकादमी के निदेशक और उपनिदेशक के लिए चार मंजिला भवन बनाया गया है. चार मंजिला अध्यापक आवास के अलावे 45 कमरों का अतिथि विश्राम गृह का निर्माण कराया गया है. 2 बीएच का स्टाफ क्वार्टर 15 और 3 बीएच का 26 क्वार्टर बनाया गया है. स्टाफ क्वार्टर थ्री चार मंजिला और स्टाफ क्वार्टर फोर सात मंजिला बनाया गया है.
अंडरग्राउंड केबल से होगी बिजली की आपूर्ति
बिहार खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय राजगीर का दूसरा संस्थान है, जहां बिजली के तार जमीन अंदर बिछाये गये हैं. नालंदा विश्वविद्यालय की तरह यहां भी भूमिगत केवल से बिजली की आपूर्ति की जाएगी.
ग्रीन फिल्ड बनेगा खेल परिसर
राजगीर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर को हरियाली से भरपूर और अधिक जीवंत बनाने के लिए बागवानी गतिविधि शुरू की गयी है. इसमें लंबे समय तक जीवित रहने वाले पेड़, फूल और औषधीय पेड़ लगाये जा रहे हैं. नवनिर्मित भवनों के आसपास के क्षेत्र को हरे भरे पौधों से सुसज्जित करने और परिसर में स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए काम किया जा रहा है.
इन खेलों का मिलेगा प्रशिक्षण
1़ एथलेटिक्स
2़ कबड्डी
3़ वालीबॉल
4़ फुटबॉल
5़ हॉकी
6़ हैंडबॉल
7़ बास्केटबॉल
8़ स्विमिंग
9़ तीरंदाजी
10़ भारोत्तोलन
11़ कुश्ती
12़ तलवारबाजी
13़ बैडमिंटन
14़ साइकिलिंग
15़ रग्बी
16़ सेपक टाकरा
17़ टेबल टेनिस
18़ ताइक्वांडो
19़ वुशु
20़ शतरंज
21़ क्रिकेट
22़ टेनिस
23़ बॉक्सिंग्
24़ निशानेबाजी
जानिए क्या-क्या हैं सुविधाएं
- ऑडिटोरियम – 240 क्षमता
- कॉन्फ्रेंस हॉल -60 क्षमता
- फिजियोथेरेपी
- मालिश
- -एक्स-रे
- प्रयोगशाला
- आरएमआरआइ
- 24 बिस्तर का वार्ड
- व्याख्यान कक्ष – 04
- संग्रहालय – 01
- पुस्तकालय – 01
- भोजन कक्ष – 90 (अकादमिक भवन )
- भोजन कक्ष – 350 (छात्रावास भवन)
- मीटिंग हॉल
- छात्रावास ब्लॉक * **
- लड़कियों का छात्रावास – 156 बेड
- ट्रांजिट छात्रावास – 100 बेड
- लड़कों का छात्रावास – 298 (चार मंजिला)
पटना और गया नजदीकी हवाई अड्डा
राजगीर बिहार का प्रमुख पर्यटन केंद्र है. बिहार के प्रमुख शहरों से यहां आना-जाना आसान है. गया और पटना सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है. इसके अलावा पटना और गया से राजगीर रेलमार्ग से भी जुड़ा है. राजगीर से पटना की दूरी 99 किलोमीटर है जबकि गया 59 किलोमीटर है.
खेल अकादमी के संचालन के लिए 81 स्थायी और 33 संविदा पर कर्मचारी होंगे नियुक्त
राजगीर में खेल अकादमी और क्रिकेट स्टेडियम के संचालन के लिए 81 स्थायी और 33 संविदा पर कर्मचारी नियुक्त होंगे. इनमें निदेशक, उप निदेशक, सहायक निदेशक, कोच, मीडिया प्रभारी, डाइटिशियन, साइंटिफिक ऑफसर, लाइब्रेरियन, मसाजर, योग गुरु और योग प्रोफेशनल के पद शामिल हैं.