सुबोध कुमार नंदन, पटना. पटना सहित अन्य जिलों में इलेक्ट्रिक दाे पहिया वाहन का चलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है. पेट्रोल के बढ़ते दाम ने आम नागरिकों की जेब पर असर डाला है. ऐसे में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर पेट्रोल बाइक और स्कूटर की तुलना में काफी सस्ता विकल्प साबित हो रहा है. इसमें बिजली की उपलब्धता भी अहम भूमिका अदा कर रही है.
अकेले राजधानी में हर माह 350 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन बिक रहे हैं. इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों की मांग ग्रामीण इलाके में भी उम्मीद से अधिक है. यही कारण है कि कंपनियां ग्रामीण इलाके में भी अपना-अपना शोरूम खोल रही हैं. मांग के अनुसार कंपनियों के अधिकृत डीलर लोगों को वक्त पर बाइक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं.
ग्रीव्स कॉटन की सहायक कंपनी इलेक्ट्रिक स्कूटी एम्पेयर के वितरक पेप्को सेल्स प्रा. लिमिटेड के निदेशक जय प्रकाश ने बताया कि सूबे के ग्रामीण इलाकों में बिजली की उपलब्धता के कारण इलेक्ट्रिक स्कूटी की बिक्री में पिछले दिनों जोरदार उछाल दर्ज की गयी है. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक स्कूटी के क्षेत्र में तकनीकी विकास, ग्राहक के बढ़ते भरोसा और पेट्रोल के दाम में लगातार इजाफे की वजह से इसकी बिक्री में तिगुनी वृद्धि हुई है. साथ ही साथ कॉरपोरेट ऑर्डर मिलने से मार्केट में हाइ स्पीड गाड़ियों में लगभग 20 से 25 दिनों की वेटिंग पीरियड चल रहा है.
स्नेहा ऑटो (हीरो इलेक्ट्रिक) के प्रमुख सुशांत शेखर ने बताया कि पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी और सरकार द्वारा सब्सिडी बढ़ाने के कारण अब बहुत सारे ग्राहक इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटी खरीद रहे हैं. कुछ माह से मांग में अचानक वृद्धि के कारण कंपनी अभी बुकिंग के आधार पर गाड़ी की डिलिवरी दे रही है. उन्होंने बताया कि पटना के मार्केट में इ-स्कूटी 50 हजार से 1.25 लाख रुपये तक में उपलब्ध हैं.
देनी टीवीएस के प्रमुख अमरजीत सिंह ने बताया कि सूबे में इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटी की मांग अपेक्षा से अधिक बढ़ी है. इसे देखते हुए वाहन निर्माता कंपनियां एक से बढ़कर एक इलेक्ट्रिक बाइक बाजार में पेश कर रही हैं. मांग को देखते हुए जगह- जगह प्रमुख स्थानों और पेट्रोल पंप के बाहर चार्जिंग प्वाइंट खोलने होंगे. इसमें राज्य सरकार को पहल करनी होगी.
Posted by Ashish Jha