बेगूसराय में आर्केस्टा कार्यक्रम के दौरान रात में हुआ विवाद, सुबह हुई 30 राउंड फायरिंग
Begusarai firing news : गुरुवार की सुबह अपराधी के वर्चस्व की जंग में बेगूसराय जिला मुख्यालय गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा.
बेगूसराय. बिहार की औद्योगिक नगरी बेगूसराय पूरी तरह से आपराधिक नगरी में तब्दील हो गई है.यहां बेखौफ बदमाश लगातार हत्या, चोरी, डकैती, गोलीबारी को अंजाम दे रहे हैं. गुरुवार की सुबह अपराधी के वर्चस्व की जंग में बेगूसराय जिला मुख्यालय गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. अपराधियों ने बीती रात बच्चों के विवाद में आज सुबह 30 राउंड गोलियां चलायी.
आर्केस्ट्रा में नर्तकी के कार्यक्रम में बच्चों का विवाद बना घटना का कारण
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि बीती रात नागदह मुहल्ले में एक शादी थी, जहां आर्केस्ट्रा में नर्तकी के कार्यक्रम में बच्चों के बीच विवाद हो गया था. जिसके बाद गुरुवार को करीब एक दर्जन अपराधियों ने मिथलेश पासवान के घर पर आकर अत्याधुनिक हथियारों से करीब 30 राउंड फायरिंग किया तथा घर का गेट तोड़ने की कोशिश किया. महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार एवं जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अपराधी घरवाले को खोज रहे थे. गाली-गलौज करते हुए हथियार के बट से प्रहार कर गेट को तोड़ने की भी कोशिश की गई. लेकिन नाकाम होने पर फिर से गोलीबारी करते हुए सामने के रास्ते से अपराधी भाग निकले.सूचना पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से विभिन्न हथियारों के कई खोखे मिले हैं.
घटना सिंघौल सहायक थाना क्षेत्र के रेलवे गुमटी नंबर-50 के समीप हुई
घटना जिला मुख्यालय के सिंघौल सहायक थाना क्षेत्र के नागदह रेलवे गुमटी नंबर-50 के समीप स्थित मुहल्ले की है. जहां कि 10-12 अपराधियों ने दिनदहाड़े एक व्यक्ति के घर पर 30 राउंड से अधिक फायरिंग किया.हालांकि लोगों की सतर्कता के कारण किसी को गोली नहीं लगी, लेकिन दहशत और आक्रोश का माहौल बना हुआ.सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस मामले की छानबीन कर रही है, लेकिन इलाके में लगातार हो रहे वारदात से पुलिस के प्रति भी लोगों में आक्रोश है.
वर्चस्व कायम रखने के लिए बराबर होती है गोलीबारी
स्थानीय लोगों का कहना है कि गोलीबारी करने वाले तमाम अपराधी काफी मनबढू किस्म के हैं तथा दहशत और वर्चस्व कायम रखने के लिए बराबर गोलीबारी होते रहता है. लोगों का कहना है कि जिला मुख्यालय में खाली जमीन का सबसे अधिक रकवा रहने के कारण नागदह अपराधियों का गढ़ बन चुका है. हथियार का प्रदर्शन और बात-बात में गोलीबारी आम बात है, लेकिन सही सूचना के बाद पुलिस कोई सार्थक पहल नहीं करती है, जिसके कारण तमाम आपराधिक गिरोह धीरे-धीरे मजबूत हो गए हैं.