Loading election data...

बिहार में एक दर्जन शहरों के मास्टर प्लान का प्रारूप हुआ तैयार, जानिये किन शहरों का बदलेगा ढांचा

स्मार्ट सिटी योजना में आये पटना, बिहारशरीफ, भागलपुर, मुजफ्फरपुर आदि शहरों के बाद राज्य में दूसरी श्रेणी में आने वाले शहरों के मास्टर प्लान का प्रारूप तैयार किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 30, 2021 7:29 AM

पटना. स्मार्ट सिटी योजना में आये पटना, बिहारशरीफ, भागलपुर, मुजफ्फरपुर आदि शहरों के बाद राज्य में दूसरी श्रेणी में आने वाले शहरों के मास्टर प्लान का प्रारूप तैयार किया जा रहा है. जिन शहरों के मास्टर प्लान तैयार किये जा रहे हैं, उनमें पहले वैसे शहर हैं जो नगर निगम क्षेत्र में आते हैं और उनका मास्टर प्लान पहले से तैयार नहीं है.

इस प्रकार के शहरों की संख्या लगभग एक दर्जन है. वहीं, नगर विकास व आवास विभाग के निर्देश पर सबसे पहले कटिहार नगर निगम का प्रारूप तैयार कर पब्लिक डोमेन में डाल दिया गया है.

प्रारूप का पूरा ब्योरा विज्ञापन के माध्यम से प्रकाशित कर लोगों से 22 फरवरी तक आपत्ति और सुझाव मांगा गया है. अब शहर का कुल क्षेत्रफल 417.37 वर्ग किमी का हो गया है. इसमें कुल 124 राजस्व ग्राम हैं.

नक्शे के साथ चौहद्दी की भी जानकारी

मास्टर प्लान में शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र के क्षेत्रफल और राजस्व गांव का ब्योरा भी बनाया गया है. इसके अलावा पूरे प्लान में किस दिशा में कौन-कौन से क्षेत्र आते हैं. उनकी पूरी जानकारी रखी गयी है.

मास्टर प्लान वाले पूरे शहर को ब्लॉक वाइज बांट कर रखा गया है. सबसे बड़ी बात है कि प्रारूप की जानकारी लोगों को नक्शे के अनुसार बताया गया है. इसके लिए पूरे शहर का नक्शा भी प्रकाशित किया जायेगा. फिर स्थानीय नगर निकाय लोगों से दावा -आपत्ति की मांग करेंगे.

सुझाव- आपत्ति मिलने के बाद शहर के आयोजना क्षेत्र की घोषणा की जायेगी. फिर आयोजना प्राधिकार का गठन किया जायेगा. इसके बाद बिहार शहरी आयोजना तथा विकास नियमावली के अनुसार शहर का सीमांकन फाइनल कर दिया जायेगा.

20 वर्षों के लिए तैयार हो रहा है मास्टर प्लान

सभी शहरों के विस्तार को सुव्यवस्थित करने के लिए मास्टर प्लान को आगामी बीस वर्षों के अनुसार तैयार किया जा रहा है.

जानकारी के अनुसार पहले फेज में छपरा, दरभंगा, आरा, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर, पूर्णिया, बेतिया, मधुबनी, मोतिहारी, समस्तीपुर और सासाराम जैसे शहर होंगे. इनके अलावा आगे भी एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले निकायों के मास्टर प्लान को तैयार करने की योजना है. नये वर्ष में मार्च तक इन शहरों का मास्टर प्लान तैयार हो जायेगा.

Posted by Ashish Jha

Next Article

Exit mobile version