मोतिहारी : औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना से प्रवासियों की तकदीर बदलने लगी है. कोरोना काल में मुम्बई, दिल्ली व अन्य महानगरों से अपने घर लौटे मजदूर इस योजना का लाभ उठाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं और जीवन स्तर को बेहतर बना रहे हैं. प्रवासियों को रोजगार दिलाने के लिए योजना के तहत जिले के विभिन्न प्रखंडों में पांच लघु उधोग स्थापित किये गये हैं.
ढाका के झीटकहिया में एक तरफ जहां करीगर बैग का निर्माण कर रहे हैं, तो वहीं तुरकौलिया के रघुनाथपुर में गंजी व अन्य कपड़े तैयार किये जा रहे हैं, जिससे अच्छी आमदनी हो रही है. बैग निर्माण कार्य में जुट मो. शबीर ने बताया कि निर्माण का काम तेजी से हो रहा है. अबतक सात सौ बैग का निर्माण कर बेचा जा चुका है. बताया कि सरकार की इस पहल ने उनकी जिंदगी बदल दी है. कई श्रमिकों को अपने घर पर ही रोजगार मिल रहा है.
डीएम शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर प्रदेश से लौटे श्रमिकों का निबंधन एवं परामर्श केन्द्र पर बुलाया गया था और उनकी कांउसलिंग की गयी थी.उसके बाद पांच सूक्ष्म इकाईयों का चयन किया गया था और प्रत्येक को 10-10 लाख रूपये की स्वीकृति दी गयी थी.
डीएम श्री अशोक के निर्देश पर सहायक समाहर्ता समीर सौरभ,श्रम अधीक्षक राकेश रंजन व उधोग विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया और कारिगरों द्वारा तैयार किये जा रहे बैग को देखा. कारीगरों से बातचीत भी की जहां अपने कार्यो की जानकारी दी.
ढाका के झिटकहिया में सर्वश्री नरगिस बैग मैन्यूफेक्चरिंग, तुरकौलिया के रघुनाथपुर में सर्वश्री मनीषा होजरी, संग्रामपुर बाजार में सर्वश्री जेके होजरी, बंजरिया के चैलाहा में चंपारण सेनेटरी पैड व सुगौली के बंगरा में रेडिमेड गार्मेन्टस की स्थापना की गयी है.
posted by ashish jha