मुजफ्फरपुर. होली रंगों के साथ ही खाने-पीने और मस्ती का भी त्योहार है. आप स्वस्थ रहेंगे, तभी होली की हुड़दंग भी कर सकेंगे. ऐसे में जरूरी है कि अपनी सेहत का भी खयाल रखें. इसके लिए खान-पान की चीजें खरीदते समय विशेष सतर्कता बरतनी होगी. जरा भी लापरवाही हुई तो खतरनाक रंगों वाली मिठाई होली को बदरंग कर सकती हैं.
दरअसल, होली में मिठाई सहित अन्य खाद्य सामग्रियों की डिमांड बढ़ जाती हैं. विशेष तौर पर दूध से निर्मित सामान, जैसे- पनीर, खोवा और मिठाई. सस्ती मिठाइयों में अक्सर रंगों का प्रयोग अच्छा दिखाने के लिए किया जाता है, जो सेहत पर बुरा असर डालता है.
पनीर और खोवा में भी बड़े स्तर पर मिलावट की शिकायतें मिलती रहती हैं. त्योहार के समय तो कम ही जगहों पर शुद्ध सामान मिलने की गारंटी रहती है. ऐसे में ये चीजें खरीदते समय खुद भी सतर्क रहने की जरूरत है.
मिलावटी सामानों के टेस्ट में भी अंतर होता है. कुछ लोग सस्ते के लालच में फंसकर नकली चीजें खरीद लेते हैं, जो उनकी और उनके घरवालों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
होली में खानपान व रंगों के इस्तेमाल में हानिकारक चीजों से परहेज करें. खानपान में थोड़ी सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है. त्योहार के दौरान बाजार में मिलावटी खोआ व मिठाइयां बिकती हैं. ऐसे में सही दुकान देखकर ही खाद्य सामग्री की खरीदारी करें. होली पर रंगों का सावधानी से प्रयोग करे. रंगों में कई तरह के केमिकल मिले होते हैं, जो त्वचा के लिए नुकसानदायक होते हैं. अबीर-गुलाल से होली खेलें. इसका नुकसान सबसे कम है.
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होली के एक दिन पहले अपनी पूरी बॉडी जैसे चेहरे और हाथ-पैरों पर सरसों का
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तेल लगा लें.
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तेल लगाने से स्कीन से पर लगे रंग जल्दी निकल जायेंगे.
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सरसों तेल से चिपचिपाहट महसूस होती है तो इसकी जगह क्रीम लगाएं
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होली के बाद स्कीन पर लगे रंगों को निकालने के लिए साबुन का इस्तेमाल न करें
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इसके लिए फेसवाश यूज करें, क्योंकि साबुन से स्कीन ड्राई हो जाती है.
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रंगों को हटाने के लिए रगड़े नहीं, क्योंकि इससे स्कीन पर रैशेस हो जाते हैं.
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होली पर कोशिश करें पूरे बॉडी को ढंक कर रखें
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होली पर रंग खेलने के बाद दो चम्मच नींबू के रस में आधी कटोरी दही अच्छे से मिला लें
Posted by Ashish Jha