साड़ी का झूला बना खेल रही थी बच्ची खेल-खेल में झूला बना फंदा, गयी जान

मां के आंचल की छांव में खेलने वाली बेटी के लिए मां की साड़ी ही माैत का फंदा बन गयी. यह घटना मंगलवार की सुबह भागलपुर जिले में बबरगंज थाने के महेशपुर स्थित काली स्थान के पास हुई, जहां खेल-खेल में एक आठ वर्षीया बच्ची की जान चली गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | March 3, 2021 6:23 AM

भागलपुर. मां के आंचल की छांव में खेलने वाली बेटी के लिए मां की साड़ी ही माैत का फंदा बन गयी. यह घटना मंगलवार की सुबह भागलपुर जिले में बबरगंज थाने के महेशपुर स्थित काली स्थान के पास हुई, जहां खेल-खेल में एक आठ वर्षीया बच्ची की जान चली गयी.

घटना के बाद परिजन अचेत पड़ी बच्ची को गोद में लेकर मायागंज अस्पताल पहुंचे. लेकिन, वहां पहुंचते ही डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजन बिना पुलिस को सूचना दिये ही बच्ची का शव लेकर वहां से निकल गये.

महेशपुर मुहल्ले में हीरो यादव के मकान में किराये पर रहने वाले लखीसराय जिले के बड़हिया थाने के खुटहा गांव निवासी रिक्शा चालक मुन्ना सिंह की बच्ची आंगन में खेल रही थी. इसी दौरान उसने अपनी मां की साड़ी को आंगन में रस्सी से लटका हुआ देखा. बच्ची को साड़ी का झूला बना कर उस पर झूलने की बात सूझी.

इस दौरान कोई भी उसके आसपास नहीं था. झूला झूलते हुए अचानक साड़ी का झूला गले का फंदा बन गया. और देखते-ही-देखते बच्ची के गले से लिपट गया और उसकी सांसें बंद हो गयीं. जब तक परिजनों की नजर साड़ी के फंदे से लटकी बच्ची पर पड़ी, तब तक उसका शरीर ठंडा पड़ चुका था.

घर में रोने-धोने की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग मुन्ना सिंह के घर पर पहुंचे. वे बच्ची को फंदे से उतारा और शरीर में सांस बाकी होने की आस में मायागंज अस्पताल लेकर पहुंचे. पर डाॅक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया.

बच्ची के गले से साड़ी लिपट गयी थी

थानाध्यक्ष एसआइ पवन कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर आसपास के लोगों और मुहल्ले के जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया गया, तो पता चला कि झूला झूलने के क्रम में बच्ची के गले से साड़ी लिपट गयी थी, जिसमें उसकी जान चली गयी. अगर परिजन मामले में किसी भी प्रकार की शिकायत या आवेदन देते हैं तो विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी.

Posted by Ashish Jha

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