पटना. प्रदेश की उच्च शिक्षा हासिल करने वाले विद्यार्थियों का रुझान सामाजिक विज्ञान विषयों की तरफ इकतरफा हो गया है. दूसरे और जटिल विषयों के अध्ययन से बचने का रुख प्रदेश की स्कूली शिक्षा पर पड़ने लगा है.
यही वजह है कि छठे चरण के शिक्षक नियोजन में गैर सामाजिक विज्ञान विषयों के लिए प्राइमरी- मध्य स्कूलों में अपेक्षित संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी नहीं मिल सके हैं. खासतौर पर भाषा विषयों मसलन हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में शिक्षक अभ्यर्थी नहीं मिल सके हैं.
कमोबेश यही स्थिति विज्ञान तथा गणित जैसे विषयों को लेकर बनी है. गणित और अंग्रेजी में टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी कम ही मिल रहे हैं. यही वजह है कि प्राथमिक शिक्षक नियोजन के लिए 85920 रिक्त पदों के लिए हुई काउंसेलिंग में 47906 पद रिक्त रह गये हैं.
विषय सीटें खाली
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सामाजिक विज्ञान 2086 411
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हिंदी 5362 2714
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उर्दू 2109 1530
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संस्कृत 3959 2884
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इंग्लिश 3271 1487
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गणित 6419 2452
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कक्षा एक से पांच कक्षा में खाली रह गयी 36428 सीटों में से आधे से भी ज्यादा सीटें 23528 पद सामान्य श्रेणी के खाली रह गये हैं. सूत्रों के मुताबिक ये वह सीटें हैं, जिन पर अपेक्षित संख्या में शिक्षक पात्रता परीक्षा धारी अभ्यर्थी नहीं मिल सके. इस श्रेणी की कुल 47742 सीटों में से करीब 50 फीसदी सीटें रिक्त रह गयी हैं.
इसी वर्ग में आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा उर्दू के पद रिक्त रह गये हैं. उर्दू में 14836 पदों में से 12780 पद खाली रह गये हैं. वर्ग एक से पांच में ही बंगला भाषा के 136 पदों में केवल 16 ही भरे जा सके.
कक्षा छह से आठ में 11478 पद रिक्त केवल सामाजिक विज्ञान में सर्वाधिक पद भरे गये : इस वर्ग में 23206 सीटों में से केवल 11728 पदों पर ही योग्य उम्मीदवार मिल सके हैं. इससे नाम मात्र के लिए कुछ ही कम 11478 पद रिक्त रह गये हैं.
जानकारी के मुताबिक इस वर्ग में सामाजिक विज्ञान ही इकलौता ऐसा विषय है, जिसकी 2086 सीटों में से 1675 सीटों ही पर योग्य अभ्यर्थी मिल सके. केवल 411 पद ही खाली रह गये. इसके अलावा कक्षा छह से आठ में हिंदी की कुल 5362 सीटों में से 2714, उर्दू की कुल 2109 सीटों में 1530, संस्कृत की कुल 3959 सीटों में 2884, इंग्लिश की कुल 3271 सीटों में 1487 और गणित की कुल 6419 सीटों में से 2452 सीटें खाली रह गयी हैं.
उल्लेखनीय है कि खाली सीट रह जाने की अपेक्षित योग्यताधारी अभ्यर्थी न मिलने के अलावा कई अन्य वजहें भी हैं. प्राथमिक शिक्षक नियोजन में दूसरे राउंड की काउंसेलिंग में अधूरी रह गयी प्रक्रिया जल्दी ही शुरू की जायेगी. उसमें कुछ और पद भर सकते हैं
Posted by Ashish Jha