जबड़े का ज्वाइंट ब्रेन की खोपड़ी से था जुड़ा, IGIMS में हुआ ऑपरेशन, छह साल बाद अब खा सकेगी काजल
दो वर्ष की उम्र में उसके सिर पर चोट लगी थी. इसके बाद उसके जबड़े का ज्वाइंट ब्रेन की खोपड़ी से जुड़ गया था.
पटना. आइजीआइएमएस के डॉक्टरों ने गुरुवार को एक जटिल ऑपरेशन करने में कामयाबी पायी है. ऑपरेशन आठ वर्ष की मासूम बच्ची का था, जो कामयाब रहा.
इसके बाद अब वह खाना खा सकेगी. दो वर्ष की उम्र में उसके सिर पर चोट लगी थी. इसके बाद उसके जबड़े का ज्वाइंट ब्रेन की खोपड़ी से जुड़ गया था.
इससे उसका मुंह नहीं खुल पा रहा था और वह पिछले छह वर्ष से खाना नहीं खा पा रही थी. वह तरल पदार्थ पीकर ही जिंदा थी.
आयुष्मान भारत योजना के कारण यह ऑपरेशन यहां नि:शुल्क हुआ है. आइजीआइएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ मनीष मंडल ने बताया कि यहां सफल टेंपोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट एंकाइलोसिस सर्जरी कामयाबी के साथ डॉक्टरों ने की है.
जमुई की रहने वाली आठ वर्षीय बच्ची का नाम काजल है. आइजीआइएमएस के दंत विभाग के मैग्जिलोफेशियल युनिट से डॉ प्रियंकर सिंह और डॉ जावेद इकबाल ने इंटर पोजिशनल गैप अर्थोप्लासटी कर ऑपरेशन किया.
इस केस में सबसे बड़ी चुनौती थी बच्ची को एनेस्थेसिया देने की. इसमें ट्रामा इमरजेंसी विभाग के एनेस्थेसिया यूनिट से डॉ राज, डॉ सौरभ, डॉ गणेश और डॉ आनंद ने फाइबर आप्टिक इनटयूबेशन कर सफल एनेस्थेसिया दिया.
Posted by Ashish Jha