Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के घोनपुरा गांव में करेंट की चपेट में आने से चाचा-भतीजा की मौत हो गयी. आनन-फानन में लोगों ने मृत चाचा और भतीजा के शवों को एनएच पर रखकर मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया. बताया जाता है कि घोंनपुरा निवासी वृंद यादव अपने गांव से देर शाम अपने खेत की ओर जा रहे थे. खेत में लटक रही करेंट प्रवाहित बिजली की तार की चपेट में आ गए और बेहोश होकर गिर पड़े. कुछ देर बाद उनके भतीजा पिंटू कुमार(18वर्ष) चाचा को उठाने गया तो वह भी करेंट की चपेट में आ गया.
दोनों घंटों तार की चपेट में फंसकर पड़े रहे. लगभग दो घंटे के बाद पिंटू का छोटा भाई अभिषेक चाचा और भाई को खोजते हुए वहां पहुंचा और हल्ला कर ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. ग्रामीणों ने आनन-फानन में बिजली काट कर दोनों को गांव लाये, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी. इस घटना से पूरे गांव में परिजनों और महिलाओं के क्रंदन से कोहराम मच गया. अंत में ग्रामीणों ने दोनों के शवों को फतुहा-दनियावां एनएच-30ए और बिहटा- दनियावां-सरमेरा एसएच-78 के मोड़ पर रखकर मुआवजे को लेकर सड़क को जाम कर दिया.
जाम से गाड़ियों की लंबी कतार फतुहा-दनियावां-बिहारशरीफ और बिहटा-दनियावां सरमेरा रोड पर लग गयी. मौके पर पहुंचे फतुहा और दनियावां की पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों को समझाकर जाम हटाने का प्रयास कर रहे थे पर ग्रामीण व परिजन स्थानीय विधायक और सीओ को मौके पर आने की मांग पर डटे थे. वृंद यादव की दो छोटी-छोटी बच्चियां और एक बच्चा है. वहीं पिंटू अभी पढ़ाई कर रहा था.
बिहटा के अमहारा गांव में 11 हजार करेंट से झुलस कर बच्चे की मौत हो गयी. मृत बच्चा अराप मिल्की निवासी सरून महतो का आठ वर्षीय पुत्र अभिजीत राज था. मौत से आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने शव को लेकर राघोपुर स्थित बिजली विभाग कार्यालय के मुख्य द्वार के पास बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजा व हाइटेंशन तार को हटाने की मांग को लेकर बिहटा-औरंगाबाद मुख्य मार्ग को आगजनी कर नारेबाजी की.
Posted by: Radheshyam Kushwaha