बिहार में बढ़ेंगी उसना चावल मिलों की संख्या, सीएम नीतीश कुमार बोले- समय पर शुरू हो धान खरीद का काम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि बिहार में उसना चावल की ज्यादा मांग है. इसलिए उसना चावल मिलों की संख्या बढ़ाने को लेकर काम करें. साथ ही अरवा चावल की भी तैयारी रखें.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि बिहार में उसना चावल की ज्यादा मांग है. इसलिए उसना चावल मिलों की संख्या बढ़ाने को लेकर काम करें. साथ ही अरवा चावल की भी तैयारी रखें. मुख्यमंत्री ने बुधवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2021–22 के अंतर्गत धान खरीद की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि धान खरीद का काम समय पर शुरू होने से अधिक मात्रा में धान की खरीद हो सकेगी. किसानों को इसका फायदा होगा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस बार जो लक्ष्य निर्धारित करें, उसका जिलावार व क्षेत्र के अनुसार वास्तविक आकलन करा लें, क्योंकि हर क्षेत्र की अलग–अलग उत्पादन क्षमता है. बाढ़ को देखते हुए जिलावार धान की खेती का सही आंकलन कर लें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि धान खरीद को लेकर सहकारिता, कृषि और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग एक साथ सर्वेक्षण कराकर सभी चीजों का वास्तविक आकलन कर काम करें. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि धान खरीद की शुरुआत अलग-अलग जिलों में चरणबद्ध ढंग से शुरू करें. जिन जिलों में धान की कटनी पहले हो जाती है, वहां धान की खरीद पहले शुरू करें.
अनुमानित उपज के आधार पर धान खरीद का लक्ष्य जिलावार निर्धारित करें. इससे पहले खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने खरीफ विपणन वर्ष 2021–22 के अंतर्गत धान खरीद की तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य, खरीद के लक्ष्य, अवधि के साथ-साथ इससे संबंधित अन्य बिंदुओं की जानकारी दी.
सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने भी धान खरीद को लेकर अपने विभाग से संबंधित तैयारियों, पैक्सों की क्रियाशीलता, भंडारण क्षमता, शिकायतों के त्वरित निबटारे सहित अन्य बिंदुओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार, सचिव अनुपम कुमार और विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे. वहीं, वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार और सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी जुड़ी हुई थीं.
Posted by Ashish Jha